NEXT 8 मार्च, 2025। श्रीडूंगरगढ़ न्यायालय परिसर में इस वर्ष की प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसमें पक्षकारों के बीच आपसी सहमति एवं समझौते से पीठासीन अधिकारियों द्वारा कुल 136 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश जयपाल जाणी की अदालत में राजीनामा योग्य फौजदारी, सिविल, पारिवारिक, दुर्घटना दावों सहित कुल 11 लम्बित प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इनमें से दुर्घटना दावों में करीब 24लाख 45हजार रुपए की क्षतिपूर्ति राशि के अवार्ड पारित किए गए।

ताल्लुका विधिक सेवा समिति श्रीडूंगरगढ़ के अध्यक्ष एवं एसीजेएम हर्ष कुमार की अदालत में कुल 111प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इनमें से न्यायालय में लंबित राजीनामा योग्य फौजदारी, सिविल, वसूली, पारिवारिक, भरण-पोषण एवं चैक अनादरण सहित विभिन्न प्रकार के कुल 50 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इसमें कुल 14 लाख 20 हजार 728 रुपए की राशि के भुगतान के आदेश पारित किए गए।
लोक अभियोजक एडवोकेट गोपीराम जानू ने बताया कि इसी प्रकार बकाया ऋण, बिजली , पानी सहित अन्य विवादों से सम्बंधित प्रिलिटिगेशन के कुल 61 मामलों का निस्तारण करते हुए पक्षकारों के मध्य आपसी समझौते से 3करोड़ 38 लाख 48 हजार 288 रुपए वसूली के आदेश पारित किए गए।
न्यायालय परिसर में बैंक, राजस्व, बिजली, जलदाय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियो, कर्मचारियों, अधिवक्ताओं सहित बड़ी संख्या में पक्षकार उपस्थित रहे। इस दौरान लोक अदालत में बार संघ अध्यक्ष सत्यनारायण प्रजापत, अपर लोक अभियोजक गोपीराम जानू, एडवोकेट राधेश्याम दर्जी, गोपाल पारीक, अभियोजन अधिकारी सपन कुमार सहित एडवोकेट बाबूलाल दर्जी, कोर्ट स्टाफ पृथ्वीराज, चांदराम मीणा, रामावतार प्रजापत, जितेंद्र रँगा, सुभम स्वामी, जगदीश जांगू, एडवोकेट मांगीलाल नैण, राजूराम जाखड़, सोहननाथ सिद्ध, रणवीर सिंह, पीटीशन राइटर मालचंद स्वामी, गणेश, कुलदीप आदि ने अपनी सेवाएं दी।