NEXT 12 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ महाविद्यालय में आयोजित निःशुल्क 15 दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण शिविर का समापन समारोह शनिवार को उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। इस अवसर पर विद्यार्थियों को रिटेल मैनेजमेंट, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग तथा बैंकिंग, फाइनेंस और इंश्योरेंस सर्विसेस जैसे रोजगारपरक क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करने के बाद प्रमाण पत्र वितरित किए गए।

समारोह के मुख्य अतिथि प्रबंध समिति के सचिव श्याम महर्षि ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास हैं। उन्होंने कहा कि इससे छात्रों में रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी और वे तकनीकी दृष्टि से अधिक सक्षम बनेंगे।

उप सचिव रामचंद्र राठी ने प्रशिक्षण शिविर की सराहना करते हुए कहा कि महाविद्यालय समय-समय पर छात्रों के लिए इस प्रकार की उपयोगी गतिविधियों का आयोजन करता रहा है। इस प्रकार के कौशल विकास शिविर विद्यार्थियों को व्यावसायिक क्षेत्रों में दक्षता प्रदान करते हैं।

प्राचार्य डॉ. विनोद सुथार ने सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय जल्द ही विद्यार्थियों के लिए और अधिक रोजगारोन्मुखी कोर्स प्रारंभ करेगा ताकि शिक्षा के साथ-साथ उन्हें व्यावहारिक जीवन के लिए भी तैयार किया जा सके।
इनफोसिस फाउंडेशन एवं लोकभारती एजुकेशन सोसायटी के सहयोग से संचालित इस प्रशिक्षण शिविर में कुल 40 विद्यार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। विचार व्यास ने बताया कि यह कोर्स राज्य सरकार के साथ हुए एमओयू के तहत प्रारंभ किया गया है, जिससे छात्रों को तकनीकी व कार्यकुशलता संबंधी व्यावहारिक जानकारी मिल सके।
कार्यक्रम में कौशल विकास कोर्स के ट्रेनर राज सर, सुनील आचार्य, डॉ. राजेश सेवग, महावीर धामा, नारायण सारस्वत सहित महाविद्यालय का संपूर्ण स्टाफ उपस्थित रहा।
पौधरोपण कर लिया पर्यावरण संरक्षण का संकल्प
समारोह के उपरांत विद्यार्थियों व प्रबंधन समिति सदस्यों द्वारा महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण किया गया। “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत 51 पौधे लगाए गए, जिनकी देखरेख का जिम्मा स्वयं विद्यार्थियों ने लिया। इस अभियान में बागवान जगदीश प्रसाद माली की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।