ठुकरियासर के किसान रामलाल कड़वासरा बोले – कीटनाशक भी बेअसर, उम्मीद अब सरकार से
NEXT 18 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र के किसानों पर अब एक नई विपत्ति मंडराने लगी है और वह है कातरा कीट का कहर। खेतों में खड़ी फसल पर इस खतरनाक कीट का हमला किसानों की नींदें उड़ा रहा है। कातरा ना केवल मोठ जैसी प्रमुख फसलों को चौपट कर रहा है, बल्कि किसानों की मेहनत और उम्मीदों पर भी पानी फेरता नजर आ रहा है।

मोठ की फसल सबसे अधिक प्रभावित
ठुकरियासर गांव के किसान रामलाल कड़वासरा ने बताया कि इस बार मोठ की फसल अच्छी तैयार हो रही थी, लेकिन कातरा कीट ने पूरी मेहनत पर पानी फेर दिया। “यह पत्तियां कुतर देता है, पौधे कमजोर होकर सूख जाते हैं। पहले थोड़ा था, लेकिन अब हर खेत में फैल चुका है,” उन्होंने बताया।

कीटनाशक और पारंपरिक उपाय भी हो रहे नाकाम
किसानों ने पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ कीटनाशकों का भी प्रयोग किया है। छिड़काव लगातार किया जा रहा है, लेकिन नमी और मौसम की परिस्थितियों के कारण कातरे पर काबू नहीं पाया जा सका है। कई किसानों ने जैविक और देसी नुस्खों का भी सहारा लिया, पर राहत नहीं मिली।
सरकार और प्रशासन से टकटकी लगाए बैठे किसान
बढ़ती परेशानी के बीच अब किसानों की नजर सरकार और प्रशासन पर टिकी है। किसान मांग कर रहे हैं कि कृषि विभाग गांवों में विशेष अभियान चलाकर उन्हें वैज्ञानिक सलाह दे और कीट नियंत्रण के लिए प्रभावी उपाय करे। साथ ही नुकसान झेल रहे किसानों को मुआवज़ा देने की भी माँग की जा रही है।