2013 से 2024 के बीच प्रकाशित किताबें ही मान्य, भेजने की आखिरी तारीख 30 अगस्त
NEXT 19 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। राजस्थानी भाषा के साहित्यकारों के लिए बड़ी खबर है। ‘श्री चुन्नीलाल सोमानी राजस्थानी कथा पुरस्कार 2025’ के लिए राजस्थानी मौलिक कथा पुस्तकें आमंत्रित की गई हैं। पुरस्कार में लेखक को ₹31 हजार नकद, शॉल-श्रीफल और सम्मान पत्र दिया जाएगा।
पुरस्कार के संयोजक डॉ. चेतन स्वामी ने बताया कि पुरस्कार के लिए लेखक को कोई आवेदन फॉर्म भरने की जरूरत नहीं है। सिर्फ अपनी कथा-कृति की चार प्रतियां उनके पते पर भेजनी होंगी।
पुस्तकें भेजने की अंतिम तारीख 30 अगस्त 2025 है।
कृति 2013 से 2024 के बीच प्रकाशित होनी चाहिए।
पुरस्कार का निर्णय तीन वरिष्ठ साहित्यकारों की समिति करेगी।
किताबें भेजने का पता:
डॉ. चेतन स्वामी, संयोजक
श्री चुन्नीलाल सोमानी राजस्थानी कथा पुरस्कार
कालूबास, पो.–श्रीडूंगरगढ़, जिला–बीकानेर (पिनकोड–331803)
लेखकों की किताबों की चारों प्रतियों का मूल्य आयोजक चुकाएंगे ताकि किसी को आर्थिक नुकसान न हो। इसके लिए कृपया बैंक डिटेल भी साथ भेजें।
एक बार पुरस्कार प्राप्त कर चुके लेखक दोबारा इस प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकते।
पुरस्कार का आयोजन हर साल की तरह इस बार भी भव्य समारोह में किया जाएगा।
आयोजन का प्रायोजन इनलैंड सोमानी परिवार द्वारा किया जा रहा है।
– ताराचंद इंदौरिया, वरिष्ठ सदस्य, पुरस्कार समिति