भाला फेंक में गोल्ड, लंबीकूद में सिल्वर, बॉल थ्रो व डिस्कस में कांस्य पदक
NEXT 25 अगस्त, 2025 श्रीडूंगरगढ़। कंवरपुरा गांव के 37 वर्षीय रामदेव सिंह मील ने जर्मनी के ड्रेसडन में आयोजित 25वें वर्ल्ड ट्रांसप्लांट एथलेटिक्स गेम्स (17-23 अगस्त) में भारत का नाम रोशन किया। उन्होंने कुल 4 पदक अपने नाम किए, जिनमें एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य शामिल हैं।

रामदेव ने 30-39 आयु वर्ग में भाला फेंक (जैवलिन) ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में गोल्ड मेडल, लंबीकूद में सिल्वर, जबकि बॉल थ्रो और डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल जीता। प्रतियोगिता में दुनिया भर के 1600 खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिनमें भारत से 57 खिलाड़ी शामिल थे। राजस्थान से 9 खिलाड़ी उतरे थे। सीकर से अकेले रामदेव ही भारतीय दल में शामिल हुए।

मां ने दी थी जिंदगी, अब खेलों से कर रहे प्रेरित
रामदेव सिंह सालासर एईएन कार्यालय में तकनीशियन फर्स्ट के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि 2012 में उनकी मां ने उन्हें किडनी दी थी। गंभीर पेट की समस्या के कारण उनके गुर्दे फेल हो गए थे। ठीक होने में एक साल का समय लगा। रामदेव कहते हैं कि यह सफर आसान नहीं था, लेकिन खेलों ने उन्हें नई ऊर्जा और आत्मविश्वास दिया।
उद्योग जगत से भी बधाइयां
उद्योगपति जुगल किशोर तावनिया ने रामदेव को शानदार उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि वे युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।

