NEXT 26 अगस्त, 2025 श्रीडूंगरगढ़। पर्यूषण महापर्व के सातवें दिन मंगलवार को श्रीडूंगरगढ़ सेवा केंद्र मालू भवन में ध्यान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी संगीतश्री और डॉ. साध्वी परमप्रभा की पावन सन्निधि रही।

कार्यक्रम की शुरुआत प्रवचन के साथ सामूहिक ध्यान प्रयोग से हुई, जिसमें श्वास प्रेक्षा, ध्यान का अभ्यास कराया गया। साध्वी ने भगवान महावीर के पूर्व जन्मों का सहज और सरल वर्णन करते हुए ध्यान की महत्ता बताई। उन्होंने कहा कि ध्यान से आत्मशुद्धि एवं अंतर्मन की शांति प्राप्त होती है।
इस अवसर पर साध्वी ने ध्यान दिवस की कई सत्य घटनाओं का उल्लेख कर उपस्थित श्रद्धालुओं को आत्मानुशासन और साधना के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी।

अंत में साध्वी ने आगामी संवत्सरी महापर्व पर अधिक से अधिक उपवास एवं पौषध करने का संदेश देते हुए कहा कि संवत्सरी क्षमापर्व आत्मशुद्धि का महान अवसर है और प्रत्येक व्यक्ति को इसका लाभ लेना चाहिए।
