लालनाथजी की 46वीं वर्षोंली पर मूर्ति स्थापना, संतों और भक्तों का सैलाब उमड़ा
NEXT 28 अगस्त, 2025 श्रीडूंगरगढ़। श्री गणेश धोरा धाम श्रीनाथजी महाराज आश्रम मोमासर में गणेश चतुर्थी महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में बाबा लालनाथजी महाराज की 46वीं वर्षोंली पर उनकी मूर्ति की स्थापना की गई। मूर्ति उनके परिजनों की ओर से भेंट की गई।

महंत परंपरा का स्मरण
लालनाथजी के बाद करीब 16 साल तक चेतननाथजी और उसके बाद 26 साल तक शिवनाथजी ने महंत के रूप में सेवाएं दीं। वर्तमान में योगीराज बिहारीनाथजी आश्रम के महंत हैं।
बड़ी संख्या में संतों का सान्निध्य
आयोजन में अनेक संतों और महंतों ने शिरकत की। इनमें महंत विक्रमनाथजी (आलवास, सीकर), बारुनाथजी (सातड़ा धाम), लाधुनाथजी (बच्छरारा), प्रतिज्ञानाथजी व ओमनाथ जी (गुसाईसर), चंद्रनाथजी (पडीहारा), दुर्गनाथजी (भानुदा) सहित कई संत पहुंचे। संत मनोहरजी महाराज ने कथा के महत्व पर प्रकाश डाला।

भक्तों की उमड़ी भीड़
मोमासर ही नहीं, आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा श्रवण और रात्रिकालीन भजनों का आनंद लेने पहुंचे। देर रात तक भजनों की रसधारा बहती रही।

सांपों का अखाड़ा बना आकर्षण
कार्यक्रम में गोरखनाथजी व गोगोजी का सांपों का अखाड़ा भी आकर्षण का केंद्र रहा। भगत आसाराम शर्मा (गोगामेड़ी लूंछ, रतनगढ़) और भगत कालूराम (नासरजी मेड़ी, रतनगढ़) ने सांपों के साथ रोमांचक करतब दिखाए, जिन्हें देखकर भक्त मंत्रमुग्ध हो उठे।



