NEXT 28 अक्टूबर, 2025 श्रीडूंगरगढ़। राजकीय विधि महाविद्यालय, बीकानेर में मंगलवार को प्राचार्य प्रो. भगवाना राम बिश्नोई की अध्यक्षता में “साइबर सुरक्षा” विषय पर एक प्रायोगिक कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यशाला भारत सरकार के “साइबर जागृत भारत” कार्यक्रम की श्रृंखला के तहत रखी गई थी।

मुख्य वक्ता के रूप में प्रख्यात साइबर विशेषज्ञ प्रशांत जोशी ने सत्र का संचालन किया। उन्होंने “अजमेर 92” जैसी केस स्टडी और “जामतारा सीजन-2” जैसे चर्चित उदाहरणों के माध्यम से हैक क्राइम, डिजिटल अरेस्ट, वीडियो कॉल फ्रॉड और टास्क-बेस्ड स्कैम जैसी वास्तविक घटनाओं को समझाया।

जोशी ने बताया कि किस तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और गूगल सेफगार्ड्स के माध्यम से साइबर अपराधों को रोका जा सकता है। साथ ही उन्होंने फिशिंग, पायरेसी, पासवर्ड अटैक, फेक लिंक और असुरक्षित वेबसाइट्स से बचने के लिए व्यावहारिक टिप्स दिए।

कार्यशाला संयोजक डॉ. मीनाक्षी कुमावत ने बताया कि अक्टूबर माह को वैश्विक स्तर पर राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। ऐसे में यह सत्र छात्रों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हुआ। उन्होंने कहा कि इस पहल से विद्यार्थियों में साइबर अनुशासन के प्रति जागरूकता बढ़ी है और वे अब अधिक तकनीकी रूप से सतर्क हुए हैं।

अंत में आईक्यूएसी कोऑर्डिनेटर प्रो. कुमुद जैन ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।















