NEXT 4 दिसंबर, 2025 श्रीडूंगरगढ़। राजकीय विधि स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बीकानेर में गुरुवार को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (MSME) तथा स्वयं सहायता समूह (SHG) विषय पर एक दिवसीय जागरूकता व्याख्यान आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो. भगवाना राम बिश्नोई ने की। मुख्य वक्ता के रूप में गवर्नमेंट डूंगर कॉलेज के सहायक आचार्य डॉ. ललित कुमार मौजूद रहे।

व्याख्यान में डॉ. ललित कुमार ने विद्यार्थियों को MSME और SHG की अवधारणा, महत्व और इनका भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि MSME देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, जो न सिर्फ युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराता है, बल्कि परिवारों को आर्थिक स्थिरता भी देता है। उन्होंने नाबार्ड की भूमिका, सरकार की विभिन्न योजनाओं और बीकानेर क्षेत्र में सक्रिय SHG समूहों द्वारा तैयार किए जाने वाले उत्पादों के उदाहरण भी साझा किए।

डॉ. कुमार ने आज के प्रतिस्पर्धी दौर में नेगोशिएशन, कॉन्फ्लिक्ट मैनेजमेंट, टाइम मैनेजमेंट और स्ट्रेस मैनेजमेंट जैसी सॉफ्ट स्किल्स को भी जरूरी बताया। उन्होंने इन कौशलों को उद्योग व रोजगार से जोड़ते हुए विद्यार्थियों को व्यावहारिक सुझाव दिए। अंत में विद्यार्थियों के सवालों के विस्तृत उत्तर भी दिए गए।
कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. मीनाक्षी कुमावत ने कहा कि MSME और SHG दोनों ही भारत की आर्थिक प्रगति और सामाजिक सशक्तिकरण के मजबूत स्तंभ हैं। इन्होंने ग्रामीण से लेकर शहरी स्तर तक लाखों परिवारों को आत्मनिर्भर बनाया है।
कार्यक्रम के अंत में प्रो. कुमुद जैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया। व्याख्यान के दौरान महाविद्यालय का पूरा स्टाफ और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।















