NEXT 28 जनवरी, 2025। लोढ़ेरा गांव के निवासी रामनिवास और महेश चाइनीज मांझे की चपेट में आकर घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब दोनों भाई अपने गांव की ओर जा रहे थे। रास्ते में एक पतंग से जुड़ा चाइनीज मांझा उनके चेहरे और गर्दन पर फंस गया, जिससे उनकी गर्दन, चेहरे और हाथों पर चोटें आईं।
घटना के बाद दोनों भाई अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों भाइयों को छुट्टी दे दी। डॉक्टरों के अनुसार, यदि मांझा और गहरे घाव कर देता तो स्थिति और गंभीर हो सकती थी।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
चाइनीज मांझे के कारण पिछले कुछ समय में कई हादसे हो चुके हैं। लोग प्रशासन से इसकी बिक्री पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। लोग इसे प्रतिबंधित करने की मांग कर रहे हैं।

चाइनीज मांझा: एक बड़ा खतरा
चाइनीज मांझा प्लास्टिक और धातु के मिश्रण से तैयार किया जाता है। यह बेहद धारदार होता है। यह न केवल लोगों को घायल करता है, बल्कि पेड़ों, पक्षियों और बिजली की लाइनों को भी नुकसान पहुंचाता है। सरकार ने कई जगह इस पर प्रतिबंध लगाया है, लेकिन इसकी अवैध बिक्री अब भी जारी है।
