NEXT 2 मार्च, 2025। बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ ब्लॉक में रविवार को स्कूलें खोलने और पूरे स्टाफ को उपस्थित रहने का आदेश जारी होने के बाद शिक्षा विभाग में एकबारगी हलचल मच गई। शिक्षक संगठनों में ऊहापोह शुरू हुई, जिसके बाद प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए पहले आदेश में संशोधन किया और फिर पूरी तरह से इसे निरस्त कर दिया।
आदेश का उद्देश्य
श्रीडूंगरगढ़ के अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (CBEO) ईश्वरराम गरूवा द्वारा 1 मार्च को जारी आदेश में कहा गया था कि 4 मार्च को विधानसभा में शिक्षा विभाग की अनुदान मांगों पर कटौती प्रस्ताव प्रस्तुत होने हैं। इसे देखते हुए रविवार (2 मार्च) को सभी स्कूलें खोलने और अधिकारियों-कर्मचारियों की अनिवार्य उपस्थिति का निर्देश दिया गया था।
प्रशासन ने तत्काल सुधारात्मक कदम उठाए
शिक्षक संगठनों की आपत्ति के बाद, सीबीईओ ओमप्रकाश प्रजापत सक्रिय हुए और शनिवार रात 8:20 बजे ही ब्लॉक स्तर पर बने व्हाट्सअप ग्रुप “सीबीईओ और पीईईओ इन्फॉर्मेशन ग्रुप” में एक संदेश जारी किया। इसमें स्पष्ट किया गया कि यदि कोई संस्था प्रधान बिना विद्यालय खोले समय पर सूचना प्रेषित करता है, तो सीबीईओ कार्यालय को कोई आपत्ति नहीं होगी।
रविवार सुबह कार्यालय खुलने के साथ ही सीबीईओ कार्यालय ने तत्काल प्रभाव से पूर्व में जारी आदेश को वापस लेने का आधिकारिक आदेश जारी कर दिया।
शिक्षा विभाग की सक्रियता से विवाद शांत
शिक्षा विभाग की इस त्वरित कार्यवाही से यह स्पष्ट हुआ कि प्रशासन शिक्षकों और कर्मचारियों की चिंताओं के प्रति संवेदनशील है।
संवाद और समन्वय से हल हुआ मामला
इस पूरे प्रकरण ने शिक्षा विभाग में संवाद, समन्वय और त्वरित निर्णय लेने की महत्ता को दर्शाया। शिक्षा विभाग ने जिस तरह से शिक्षकों की चिंताओं को समझते हुए आदेश को संशोधित और फिर रद्द किया, वह एक सकारात्मक प्रशासनिक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
श्रीडूंगरगढ़ से जारी हुए रविवार को स्कूल खोलने के आदेश, सीबीईओ ने शनिवार रात्रि को किया उद्देश्य स्पष्ट, समन्वय से बना सकारात्मक माहौल

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