NEXT 4 मार्च, 2025। कस्बे में गर्मियां शुरू होने से पहले ही पेयजल संकट गहराने लगा है। हालात यह हैं कि कई इलाकों में टैंकरों से पानी मंगवाने की नौबत आ गई है, लेकिन जलदाय विभाग और ठेकेदार समस्या के समाधान के बजाय एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते नजर आ रहे हैं। कालूबास, बिग्गाबास और आडसरबास समेत कई मोहल्लों में पिछले कई दिनों से जलापूर्ति ठप पड़ी है, जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं।
ठेकेदार की मनमानी से बिगड़े हालात
जानकारी के मुताबिक, जलदाय विभाग के 18, 19 और 24 नंबर ट्यूबवेल कई दिनों से खराब पड़े हैं, लेकिन मरम्मत कार्य में ठेकेदार की लापरवाही जारी है। जलदाय विभाग की जेईएन साधना मीणा द्वारा बार-बार ठेकेदार जनता आयरन इंडस्ट्रीज को निर्देश देने के बावजूद ट्यूबवेलों को ठीक नहीं किया गया। इस लापरवाही को देखते हुए 3 मार्च, सोमवार को ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया।
ऑपरेटरों को नहीं मिल रहा भुगतान, जलापूर्ति पर असर
सूत्रों के अनुसार, ठेकेदार द्वारा जल आपूर्ति करने वाले ऑपरेटरों को समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिससे वे काम छोड़ने की कगार पर हैं। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ रहा है, क्योंकि पानी की सप्लाई अनियमित हो गई है।
जनता में आक्रोश, सख्त कार्रवाई की मांग
कस्बे में बिगड़ते हालात को देखते हुए लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे जलदाय विभाग और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। जनता ने ठेकेदारों की मनमानी पर सख्त कार्रवाई करने और जलापूर्ति जल्द बहाल करने की मांग की है।