NEXT 4 मार्च, 2025। क्षेत्र की लाखनसर की रोही में रविवार रात हुए चिंकारा हिरण के शिकार के विरोध में मंगलवार को श्रीडूंगरगढ़ वन विभाग कार्यालय पर जीव प्रेमियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीव रक्षा संस्था के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण वन विभाग कार्यालय पहुंचे और कार्रवाई की मांग की। करीब 4 घंटे तक चले धरने के बाद विभाग ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

पहले भी हुआ था शिकार, विभाग पर लापरवाही का आरोप
जीव प्रेमियों का आरोप है कि लाखनसर की रोही में एक काश्तकार ने रविवार रात हिरण का शिकार किया। इतना ही नहीं, दस दिन पहले भी इसी इलाके में एक हिरण का शिकार हुआ था, जिसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गनशॉट से मारे जाने की पुष्टि हुई थी। इसके बावजूद वन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी थी।

धरना प्रदर्शन के बाद कार्रवाई
जब शिकायत के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं हुई, तो मंगलवार को बड़ी संख्या में जीव प्रेमी वन विभाग कार्यालय पहुंचे और लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। अंततः विभाग ने सरदारशहर उपखंड के आसासर गांव निवासी बीरबल पुत्र सुगनाराम बनबावरी, हरिपाल पुत्र सुगनाराम बनबावरी और प्रेम कुमार पुत्र माकड़ बावरी के खिलाफ परतनाथ और भियांनाथ के साक्ष्य के आधार पर नामजद मामला दर्ज कर लिया।
इनकी रही उपस्थिति
प्रदर्शन में श्री जंभेश्वर पर्यावरण एवं जीव रक्षा संस्था के जिलाध्यक्ष मोखराम धारणियां, तहसील अध्यक्ष कैलाश बिश्नोई, सांस्कृतिक मंत्री रामगोपाल माल, सहीराम पूनियां, हंसराज धायल, सुनील माल, दिनेश भामूं, हेतराम डूडी, भोमाराम भादू, किशनलाल खिचड़, रामेश्वर, मोतीराम सिहाग, निहालचंद, संतोष कुमार, धर्मपाल विश्नोई, अशोक, प्रमोद, बजरंग, धनराज, जितेंद्र, मांगीलाल खिचड़, मांगीलाल पूनियां, सीताराम ज्याणी, “आपणो गांव सेवा समिति” के सदस्य शिवराज पूनियां, भियानाथ सिद्ध, रामकरण नाथ सिद्ध, बीरबल नाथ सिद्ध, मांगीलाल सिद्ध, परतनाथ सिद्ध, जगमाल भादू, गोपालनाथ सिद्ध, किशननाथ सिद्ध, ओंकारनाथ सिद्ध, राजूराम बागड़वा, राजूराम भादू आदि शामिल रहे।
कड़ी कार्रवाई की मांग
जीव प्रेमियों ने वन विभाग से मांग की कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। उन्होंने वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए नियमित गश्त और सख्त निगरानी की भी जरूरत बताई।