NEXT 11 मार्च, 2025। स्कूल एजुकेशन वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष कोडाराम भादू के नेतृत्व में शिक्षा निदेशक माध्यमिक शिक्षा, आशीष मोदी को ज्ञापन सौंपकर विभिन्न मांगों को लेकर विरोध दर्ज कराया। संगठन ने आरटीई भुगतान शीघ्र करने, पुस्तकों की राशि डीबीटी के बजाय विद्यालय के खाते में जमा कराने, यूनिट कॉस्ट में बढ़ोतरी और अपार आईडी की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग की।

मुख्य मांगें:
- आरटीई भुगतान में देरी:
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत 31 मार्च तक फीस पुनर्भरण अनिवार्य है, लेकिन इस वर्ष अब तक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई।
- इससे निजी विद्यालयों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
- डीबीटी की जगह विद्यालय खाते में राशि जमा हो:
- सरकार छात्रों के खातों में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से पुस्तक राशि भेज रही है, जबकि विद्यालय पहले ही पुस्तकें खरीद चुके हैं।
- संगठन ने इस नीति को बदलने की मांग की।
- अपार आईडी की अनिवार्यता समाप्त हो:
- अपार आईडी (Academic Performance & Attendance Record) स्वैच्छिक है, लेकिन इसे अनिवार्य बनाया जा रहा है।
- आधार कार्ड की त्रुटियां, अभिभावकों की असहमति जैसी समस्याओं के कारण इसे बनवाने में कठिनाई हो रही है।
- यूनिट कॉस्ट में बढ़ोतरी हो:
- महंगाई के बावजूद पिछले चार वर्षों से यूनिट कॉस्ट नहीं बढ़ी, जिससे निजी स्कूलों को नुकसान हो रहा है।

शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने संगठन की मांगों पर सहानुभूति जताते हुए आरटीई भुगतान शीघ्र करवाने, यूनिट कॉस्ट बढ़ाने और डीबीटी के संबंध में राज्य सरकार से चर्चा करने का आश्वासन दिया।
बैठक में आंदोलन की चेतावनी
ज्ञापन सौंपने के बाद गैर सरकारी विद्यालय संचालकों की बैठक सेवा संगठन के प्रदेश कार्यालय में हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि यदि समय रहते समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो होली के बाद प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।

प्रतिनिधिमंडल में शैलेंद्र यादव (बीकानेर), आशु सिंह भाटी (बीकानेर), सुनील सियाग (खाजूवाला), बद्रीनारायण गर्ग (छत्तरगढ़), कपिल गोदारा (कोलायत), पेमाराम कंकराला (पुगल), अमानीराम (बीकानेर देहात), राजा राम बिश्नोई (पाचू), देवाराम बाना (नोखा), विक्रम चौधरी (जसरासर), मनोज गुसाईं (श्रीडूंगरगढ़), रामेश्वर पिड़ेल (बीकानेर), अनिल करवा (बीकानेर), राकेश (बीकानेर), जहांगीर खान (बीकानेर), प्रेम हटीला (बीकानेर), मदन कसवा (बीकानेर), रामेश्वर तर्ड (बीकानेर), डीपी पालीवाल (बीकानेर), रामनिवास धायल (बीकानेर) और राम सिंह भादू (बीकानेर) सहित अन्य सदस्य शामिल रहे।