NEXT 26 मार्च, 2025। घुमचक्कर स्थित एनएच-11 के परिपार्श्व वाली वनभूमि में मांसाहार के अवशेष खुले में फेंके जाने से आवारा श्वानों की संख्या बढ़ रही है। इन श्वानों के हिंसक होने से आमजन भयभीत हैं, वहीं क्षेत्र में बदबू फैलने से स्थानीय लोग भी परेशान हैं।

गौसेवक आनंद जोशी ने बताया कि खुले में फेंके जा रहे मांस अवशेषों के कारण श्वानों के झुंड एकत्र हो रहे हैं, जो न केवल राहगीरों बल्कि बेसहारा गौवंश पर भी हमला कर रहे हैं। इससे क्षेत्र में पशु क्रूरता की घटनाएं बढ़ रही हैं।

स्थानीय सेवादारों और जागरूक नागरिकों ने इस स्थिति पर गहरी चिंता जताई है और प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द समाधान नहीं किया गया तो यह समस्या विकराल रूप ले सकती है।
स्वच्छता और सुरक्षा के लिए उठे मांग
पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने और आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मांस अवशेषों के उचित निस्तारण की मांग उठ रही है। जागरूक नागरिकों ने प्रशासन से अपशिष्ट निस्तारण के लिए ठोस कदम उठाने और मांस विक्रेताओं पर कार्रवाई करने की अपील की है।