NEXT 8 अप्रैल, 2025। भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में गोल्ड लोन के नाम पर बड़े स्तर पर धोखाधड़ी के चार मामले सामने आए हैं। इन मामलों में भीनासर शाखा बैंक प्रबंधक विधि रुगंटा द्वारा इस्तगासा से गंगाशहर पुलिस थाने में चार अलग-अलग एफआईआर दर्ज करवाई गई हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, गोल्ड लोन योजना के तहत बैंक ऋण लेने वालों के आभूषण गिरवी रखकर लोन स्वीकृत करता है। लेकिन इन मामलों में ऋण स्वीकृति के समय और हाल ही में किए गए आभूषण निरीक्षण में भारी अंतर पाया गया। गिरवी रखे गए गहनों के शुद्ध वजन को जानबूझकर अधिक दर्शाया गया और फर्जी स्वर्ण मूल्यांकन प्रमाण पत्रों के आधार पर बैंक से अधिक ऋण राशि प्राप्त की गई।
रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों ने स्वर्ण मूल्यांकनकर्ता की मिलीभगत से यह साजिश रची और बैंक को धोखा देने का प्रयास किया। इस धोखाधड़ी में शामिल लोगों में दीक्षा पत्नी संतोष कुमार (विवेक नगर अनाथालय के पीछे), संजय सोनी (जैन पाठशाला, न्यू वेल), महेश कुमार (पुरानी लेन, भट्टर स्कूल के सामने), ओमप्रकाश सोनी (गांधी चौक), नरेन्द्र ओझा (भट्टर स्कूल के पास) और अविनाश सोनी (गंगाशहर थाना के पीछे) शामिल हैं।
इनमें से दीक्षा रानी का नाम दो मामलों में सामने आया है। चारों मामलों की जांच एसआई मोनिका द्वारा की जा रही है। बैंक प्रबंधन और पुलिस प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विस्तृत जांच में जुटे हुए हैं।