NEXT 15 अप्रैल, 2025 श्रीडूंगरगढ़। ग्राम पंचायत पुन्दलसर को नवगठित पंचायत समिति रीड़ी में शामिल किए जाने के प्रस्ताव के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। इस संबंध में ग्रामीणों ने पुण्दलसर प्रशासक किसनाराम के नेतृत्त्व में केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और क्षेत्रीय विधायक ताराचन्द सारस्वत को ज्ञापन सौंपकर पुन्दलसर को पूर्ववत पंचायत समिति श्रीडूंगरगढ़ में ही बनाए रखने की मांग की है।

ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि राजस्थान पंचायतीराज अधिनियम 1994 की धारा 10 और 101 के अंतर्गत प्रस्तावित नया परिसीमन जनसुविधा के विरुद्ध है। ग्राम पुन्दलसर श्रीडूंगरगढ़ से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जबकि प्रस्तावित पंचायत समिति रीड़ी का मुख्यालय 22 किलोमीटर से अधिक दूर है। इसके अतिरिक्त पुन्दलसर की राजस्व सीमा भी सीधे रूप से श्रीडूंगरगढ़ से जुड़ी हुई है।

पूर्व प्रधान छैलूसिंह शेखावत ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि इस फैसले से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीण इसे अव्यवहारिक और जनविरोधी निर्णय मानते हैं। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस प्रस्ताव पर पुनर्विचार किया जाए।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि परिसीमन का उद्देश्य लोगों को प्रशासनिक सुविधाएं सुलभ कराना होता है, न कि उन्हें और अधिक कठिनाइयों में डालना। ग्रामीणों ने जनहित को सर्वोपरि रखते हुए पुन्दलसर को श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति में ही यथावत बनाए रखने की मांग की है।