NEXT 17 अप्रैल, 2025 श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ निवासी सुंदर देवी पुगलिया (उम्र 82 वर्ष), पत्नी स्वर्गीय सूरजमल पुगलिया का आज स्वर्गवास हो गया। उनके परिजनों ने दु:ख की इस घड़ी में एक प्रेरणादायक निर्णय लेते हुए नेत्रदान कर मानवता की सेवा का संदेश दिया।
नेत्रदान की यह पुण्य प्रेरणा मनीष नौलखा (अध्यक्ष, तेरापंथ युवक परिषद श्रीडूंगरगढ़) द्वारा दी गई। इस पुनीत कार्य के लिए दिवंगत के परिजनों पुत्र रणजीत कुमार, अशोक कुमार एवं पौत्र धीरज कुमार ने सहमति प्रदान की।
नेत्र संकलन का कार्य प्राणनाथ हॉस्पिटल, सरदारशहर के माध्यम से संपन्न हुआ, जिसमें तेरापंथ युवक परिषद, सरदारशहर की सक्रिय भागीदारी रही। परिषद संयोजक अमित बोथरा एवं ABTYP के नेत्रदान राज्य प्रभारी रोशन नाहर की देखरेख में यह कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व ही श्रीडूंगरगढ़ जैन समाज द्वारा एक अन्य युवक के मरणोपरांत नेत्रदान कर किसी के अंधेरे जीवन में रोशनी भरने का पुनीत कार्य किया गया था।
तेरापंथ युवक परिषद की यह सतत मुहिम समाज में नेत्रदान के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता को बढ़ावा दे रही है। सुंदर देवी पुगलिया द्वारा किया गया यह नेत्रदान दो ज़िंदगियों को नई दृष्टि देने वाला बन गया है। यह कार्य न केवल दिवंगत आत्मा के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है, बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा-स्रोत भी।