NEXT 25 अप्रैल, 2025। भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुई ममता जोगी का सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय, श्रीडूंगरगढ़ में विद्यालय स्टाफ और विद्यार्थियों द्वारा भावपूर्ण स्वागत किया गया। कार्यक्रम के दौरान ममता का पारंपरिक राजस्थानी अंदाज़ में सम्मान करते हुए पूर्णिमा देवी चूरा और सुरेन्द्र चूरा ने ममता को प्रतीक चिन्ह, साफा और साड़ी भेंट कर सम्मानित किया।

मंच से अपने विचार व्यक्त करते हुए ममता जोगी ने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब उन्होंने ओपन बोर्ड से 7वीं से 10वीं तक की पढ़ाई की थी। उसी दौरान गुरुजी मदनलाल चूरा उनके घर आए और पढ़ाई की जानकारी मिलने पर परिवार से कहा कि “इस बच्ची को प्राइवेट मत पढ़ाओ, इसे मेरी स्कूल में कल से भेजो। मैं इसे पढ़ाऊंगा।” ममता ने बताया कि गुरूजी के ये शब्द उनके जीवन की दिशा तय करने वाले बन गए।
ममता ने अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर, परिवार और गुरूजी मदनलाल चूरा को देते हुए कहा कि “जब मैं हिंदी माध्यम से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी, तब अंग्रेज़ी विषय एक बड़ी चुनौती था। इस विषय को पास करने का श्रेय मैं गुरूजी को देती हूँ। इसी वर्ष मेरा प्री, मेन्स और इंटरव्यू भी एक साथ क्लियर हुआ।”
कार्यक्रम में ममता के माता-पिता मंजूदेवी, विजयलाल जोगी, भाई रवि, निकिता जोगी, विक्रम जोगी, बहन और बहनोई डॉ. कोमल एवं धीरज सहित पूरा परिवार मौजूद रहा। कार्यक्रम का संचालन सूर्यकांत चूरा ने किया।