NEXT 9 मई, 2025। सरहद पर बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र कस्बे में रात्रि के समय सायरन संकेत पर ब्लैकआउट के निर्देश दिए हैं। इससे पूर्व जारी निर्देशों का आमजन ने गंभीरता से पालन किया, लेकिन नगर पालिका की लापरवाही एक बार फिर सामने आई।

ब्लैकआउट के दौरान जहां घरों और दुकानों में लोगों ने रोशनी बंद रखी, वहीं सड़कों पर जलती सोलर स्ट्रीट लाइटें प्रशासन के आदेशों को ठेंगा दिखाती रहीं। प्रशासनिक चूक को जब समाचार माध्यमों द्वारा उजागर किया गया, तब जाकर हरकत में आया तंत्र।
शुक्रवार को नगर पालिका की ओर से स्ट्रीट लाइटों के सोलर सेंसर को ढकने का कार्य शुरू किया गया, जिससे रात्रि में स्वतः जलने वाली लाइटें बंद रहें। हालांकि सवाल यह उठता है कि जब ब्लैकआउट की घोषणा पहले ही हो चुकी थी, तो पालिका ने पहले से ही ऐसी तैयारी क्यों नहीं की?
जनता ने प्रशासन का साथ देकर ज़िम्मेदारी का परिचय दिया, अब अपेक्षा है कि जिम्मेवार विभाग भी समय पर कार्रवाई करे, ताकि सुरक्षा उपायों में कोई चूक न हो।