NEXT 16 मई, 2025। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHED) के अधीन कार्यरत ट्यूबवैल व पम्प चालकों को न्यूनतम मजदूरी नहीं मिल रही है। लोक समता समिति, श्रीडूंगरगढ़ ने शुक्रवार को जिला श्रम कल्याण अधिकारी, बीकानेर को ज्ञापन सौंपते हुए मामले की जांच कर श्रमिकों को नियमानुसार वेतन दिलवाने की मांग की।
समिति के अध्यक्ष एडवोकेट भरतसिंह राठौड़ ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति के लिए हर दिन 6 से 10 घंटे तक पम्प चालक कार्य करते हैं, जबकि उन्हें केवल ₹100 प्रतिदिन या उससे भी कम मजदूरी दी जाती है। यह न केवल न्यूनतम वेतन अधिनियम का उल्लंघन है बल्कि मजदूरों के साथ खुला शोषण है।
उन्होंने बताया कि जलदाय विभाग की ओर से यह कार्य ठेके पर दिया जाता है। ठेकेदार सरकार से पूरी मजदूरी का भुगतान उठाते हैं लेकिन श्रमिकों को बहुत कम राशि दी जाती है। कई बार अधिशाषी अभियंता ग्रामीण को मौखिक रूप से अवगत कराया गया, लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई।
समिति ने की निष्पक्ष जांच की मांग
लोक समता समिति ने जिला श्रम कल्याण अधिकारी से अपील की है कि वे श्रीडूंगरगढ़ तहसील में कार्यरत सभी पम्प चालकों के वेतन भुगतान की जांच करवाएं तथा उन्हें न्यूनतम मजदूरी सुनिश्चित करवाएं।