श्रीडूंगरगढ़, पूगल, बज्जू के क्रय केंद्र और खाजूवाला, रावला और रायसिंहनगर के वेयरहाउस के दस्तावेज जब्त
NEXT 1 जून, 2025 श्रीडूंगरगढ़। राजस्थान राज्य सहकारी क्रय-विक्रय संघ लिमिटेड (राजफेड) ने समर्थन मूल्य पर फसल खरीदी के दौरान बीकानेर और श्रीगंगानगर जिले के विभिन्न क्रय केन्द्रों व वेयरहाउस पर गड़बड़ियों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए 20 मई को जांच के आदेश जारी किए।
राजफेड की ओर से जारी कार्यालय आदेश के अनुसार श्रीडूंगरगढ़, पूगल और बज्जू क्रय केंद्र व खाजूवाला, रावला व रायसिंहनगर के वेयर हाउस पर खरीद और व्यवस्थाओं से संबंधित अनियमितताओं की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया। जिसमें
बुद्ध प्रकाश मौर्य, प्रवक्ता (मा.स.वि.), राजफेड; हरि सिंह, सहायक रजिस्ट्रार एवं क्षेत्रीय अधिकारी, राजफेड कार्यालय श्रीगंगानगर; हेमन्त गुप्ता, लेखाधिकारी, राजफेड मौजूद रहे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह दल अपनी रिपोर्ट आवश्यक दस्तावेजों के साथ 26 मई को राजफेड के प्रबंध निदेशक को सौंप चुका है जिसमें भारी भ्रष्टाचार की बात सामने आई है।
श्रीडूंगरगढ़ विधायक सारस्वत ने जोर शोर से विधानसभा में उठाया था मुद्दा
गौरतलब है कि मूंगफली क्रय केंद्र और वेयरहाउस की किसान विरोधी हरकतों और धाँधली का मुद्दा श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचन्द सारस्वत द्वारा बड़े जोर- शोर से विधानसभा में उठाया गया था। उस दौरान सारस्वत द्वारा सरकार से भ्रष्टाचार और धांधली की निष्पक्ष जांच की मांग की गई थी। सरकार द्वारा विधायक की मांग पर गौर करते हुए राजफैड को निर्देशित करके जांच कमेटी गठित करके सौंपने का आदेश दिया था।
इसके साथ ही नकली डीएपी और नकली खाद बनाकर किसानों को लूटने वालों के खिलाफ जाँच की मांग विधायक सारस्वत द्वारा विधानसभा में की गई थी। अब खुद कृषि मंत्री द्वारा नकली खाद और डीएपी बनाने की फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया जा रहा है।
हमारे द्वारा विधानसभा में मूंगफली क्रय केंद्रों व वेयरहाउस पर की जा रही धांधली का मुद्दा किसान हित में प्रमुखता से उठाया गया था। सरकार ने इस पर संज्ञान लेकर राजस्थान के किसानों के साथ न्याय किया है। इसमें जो भी आरोपी होंगे, उन्हें सरकार द्वारा बख्शा नहीं जाएगा।
–ताराचन्द सारस्वत, विधायक श्रीडूंगरगढ़