NEXT 6 सितम्बर, 2025 श्रीडूंगरगढ़। विश्व विख्यात बाबा काल भैरव के तोलियासर धाम में शुक्रवार रात से ही श्रद्धा और भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा। शनिवार को दिनभर मंदिर परिसर “जय भैरव नाथ की” गूंज से गुंजायमान रहा। राजस्थान सहित पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, दिल्ली, कोलकाता, गुजरात और आंध्रप्रदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने पहुंचे। लाल ध्वजा थामे और घुंघरू बांधे भक्तों की टोलियां मंदिर पहुंचते ही जयकारों से माहौल को भक्तिमय कर रही थीं।

प्रशासन मुस्तैद, व्यवस्थाएं चुस्त
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए उपखंड अधिकारी शुभम शर्मा, सीओ निकेत पारीक, तहसीलदार श्रीवर्द्धन शर्मा सहित पुलिस जाब्ता मौके पर तैनात रहा। सुरक्षा और व्यवस्था की कमान प्रशासन ने मजबूती से संभाली।

भव्य श्रृंगार और छप्पन भोग
परंपरागत रूप से श्रीडूंगरगढ़ के भीकमचंद सुरेंद्र कुमार पवनकुमार सेठिया परिवार ने बाबा का भव्य श्रृंगार किया। दीपक सेठिया ने बताया कि जयपुर से मंगवाए गए साढ़े तीन क्विंटल फूलों से मंदिर प्रांगण को सजाया गया। सौरभ सेठिया ने बताया कि छप्पन प्रकार के भोग और 601 किलो लड्डू बाबा को अर्पित किए गए। बाद में यह प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित किया गया।
रोशनी से नहाया तोलियासर
सेठिया परिवार ने बाबा काल भैरव मंदिर से लेकर कांकड़ भैरव मंदिर तक भव्य सजावट कराई। रंग-बिरंगी लाइटों और गुब्बारों से पूरा धाम रोशनी में नहाया नजर आया।
सेवा शिविरों में उमड़ा जनसैलाब
श्रीडूंगरगढ़ से तोलियासर तक जगह-जगह सेवा शिविर लगाए गए। यहां पैदल आने वाले जातरुओं के लिए शीतल जल, शरबत और अल्पाहार की व्यवस्था रही। श्रद्धालुओं को खूब मनुहार के साथ सेवाएं दी गईं। कई श्रद्धालु वाहनों और दुपहिया साधनों से पहुंचे, जबकि हजारों भक्त पैदल ही बाबा के दरबार पहुंचे।
रात्रिकालीन ज्योत बनी आकर्षण
रात्रिकालीन ज्योत के दौरान चार पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विशेष पूजा-अर्चना की। इस मौके पर एसडीएम शुभम शर्मा ने तलवार से रोट काटकर चूरमा तैयार किया और बाबा को भोग अर्पित किया।
बाबा काल भैरव के धाम में इस साल भी आस्था और भक्ति का संगम देखने को मिला। श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था, हर कोई बाबा के चरणों में नतमस्तक होकर मनोकामना पूरी होने की कामना करता नजर आया।






