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वीर बिग्गाजी महाराज के दरबार में उमड़ा आस्था का सैलाब, जयकारों से गूंजा आकाश, दो दिवसीय मेले का भव्य समापन

By Next Team Writer

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NEXT 10 अप्रैल 2025। क्षेत्र के गौरक्षक एवं जाखड़ समुदाय के कुलदेवता श्री वीर बिग्गाजी महाराज के पावन धड़ देवली धाम पर आयोजित दो दिवसीय मेले का गुरुवार को भव्य समापन हुआ। देशभर से श्रद्धालु यहां पहुंचे और श्रद्धा व आस्था के साथ दर्शन कर मनोकामनाएं पूर्ण करने की कामना की।

धड़ देवली धाम में उमड़ा जनसैलाब
सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें मंदिर प्रांगण में दिखाई दीं। भक्तों ने मंदिर के निज स्थान और पीथल माता मंदिर में दर्शन कर हवन कुंड में घी व खोपरे की आहुतियां दीं। मंदिर पुजारी प्रदीप स्वामी ने वीर बिग्गाजी महाराज की अखंड ज्योत प्रज्वलित कर क्षेत्र की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।

नवविवाहित जोड़ों ने परंपरागत रीति अनुसार गठजोड़े की जात लगाकर आशीर्वाद लिया। श्रद्धालुओं ने खीर, पतासा, लड्डू, पेड़ा आदि का प्रसाद अर्पित किया।

सेवा और व्यवस्था रही सराहनीय
वीर बिग्गाजी सेवा संस्थान की ओर से भंडारा, ठहरने, चाय-पानी और भोजन की उत्तम व्यवस्था की गई। मेले में प्रसाद, खिलौने, मनिहारी, नाश्ता, आदि की सैकड़ों अस्थायी दुकानें सजीं, जहां श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी की।

जागरण में भजनों की अमृत वर्षा
बुधवार रात्रि को विशाल जागरण आयोजित हुआ, जिसमें भजन गायिका अर्चना देवी एंड पार्टी ने अपने मधुर भजनों से श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया। “आज की रात थाने आवणो पड़ेला बिग्गाजी” और “भक्तों की सुनियो पुकार मेरे दातार” जैसे भजनों पर श्रद्धालुओं झूम उठे।

विमला एंड पार्टी ने वीर बिग्गाजी महाराज की गौरवगाथा और उनके आदर्शों को भजनों के माध्यम से प्रस्तुत किया। विमला बाईसा ने अपनी प्रस्तुति से भक्ति माहौल को चांदनी रात में और भी दिव्य बना दिया।

भव्य नवनिर्मित मंदिर बना आकर्षण का केंद्र
धड़ देवली धाम पर नवनिर्मित भव्य मंदिर, जो धौलपुर के लाल पत्थरों से अलंकृत है, को देखने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बारीक कलाकृतियों से सुसज्जित मंदिर की छवि श्रद्धालु अपने कैमरों में कैद करते नज़र आए।

शीश देवली धाम, रीड़ी में भी भरा मेला
इसी क्रम में वीर बिग्गाजी महाराज के शीश देवली धाम रीड़ी में भी दो दिवसीय मेले का आयोजन हुआ। यहां भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। मंदिर पुजारी दुलाराम तावनियां ने अखंड ज्योत प्रज्वलित की। श्रद्धालुओं ने हवन एवं परंपरागत फेरे लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया। गुरुवार शाम को धड़ देवली एवं शीश देवली दोनों स्थानों पर मेले का विधिवत समापन हुआ।

Next Team Writer

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