NEXT 20 सितम्बर, 2025 श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ के जैन धर्मावलंबियों पर महत्ती कृपा करते हुए जैनाचार्य आचार्य महाश्रमण ने श्रीडूंगरगढ़ पधारने की घोषणा की है।

श्रीडूंगरगढ़ से 70 सदस्यीय एक दल अहमदाबाद आचार्य महाश्रमण के दर्शनों के लिए 19 सितम्बर को रवाना हुआ। 20 सितम्बर को आचार्य महाश्रमण के दर्शन करते हुए सकल जैन समाज श्रीडूंगरगढ़ की ओर से वरिष्ठ श्रावक भीखमचन्द पुगलिया ने आचार्य महाश्रमण से श्रीडूंगरगढ़ को अपनी पावन पदरज से पवित्र करने की भावपूर्ण अर्ज की।
श्रीडूंगरगढ़ के इस 70 सदस्यीय दल के साथ लगभग 400 से अधिक श्रीडूंगरगढ़ प्रवासी इस अर्ज में जुड़ गए जो अहमदाबाद, कोलकाता, दिल्ली, जयपुर, मुम्बई, सूरत सहित देश के विभिन्न स्थानों से पहुंचे थे। सभी ने एक स्वर में आचार्य के समक्ष “गुरुवर गिरिगढ़ से म्हे तो लेवण आया जी” गीतिका की मार्मिक प्रस्तुति दी।
मीडिया प्रवक्ता राजू हीरावत ने बताया कि आचार्य महाश्रमण ने श्रीडूंगरगढ़ श्रावक- श्राविका समाज की भावना का सम्मान करते हुए फरमाया कि ” सन 2027 में लाडनूँ के मर्यादा महोत्सव के बाद सरदारशहर जाते समय श्रीडूंगरगढ़ आने का भाव है।”
आचार्य महाश्रमण की इस घोषणा के साथ ही श्रीडूंगरगढ़ निवासियों सहित प्रवासियों में हर्ष की लहर दौड़ गई और सभी एक दूसरे को मोबाइल के माध्यम से इसकी जानकारी देते नजर आए।
इस दौरान राजस्थान गौरव भीखमचन्द पुगलिया, सभाध्यक्ष सुशीला पुगलिया, जतनलाल पुगलिया, राजकुमार पुगलिया, माणक चन्द डागा, छतरमल बोथरा, विजयराज सेठिया, झीणकार देवी बोथरा, शांता पुगलिया, सभा मंत्री प्रदीप पुगलिया, महेंद्र कुमार मालू, कान्ति कुमार पुगलिया, तेमम अध्यक्ष मंजू बोथरा, मंत्री अम्बिका डागा और मनोज डागा सहित सैंकड़ों श्रावक- श्राविकाएं मौजूद रही।















