गर्मी से झुलसे लोग बोले- अब चैन से सो पाएंगे, संघर्ष में साथ देने पर मीडियाकर्मियों का जताया आभार
NEXT 16 जून, 2025 श्रीडूंगरगढ़। जिन गलियों में 7 दिन से सिर्फ अंधेरा था, वहां सोमवार की शाम आखिरकार उजाला लौट आया। जैसलसर गांव के 80 घरों में बिजली की वापसी ने जैसे जिंदगी में फिर से रौशनी भर दी। गर्मी से बेहाल ग्रामीणों ने कहा कि “अब चैन की नींद आएगी… अब बच्चों की तकलीफ नहीं देखनी पड़ेगी।”
दरअसल, गांव में ट्रांसफॉर्मर खराब होने से पिछले 7 दिनों से बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप थी। तेज गर्मी और उमस ने हालात और बदतर कर दिए थे। महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे दिन-रात तड़पते रहे। गांव के लोगों ने कई बार बिजली विभाग से गुहार लगाई, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला। आखिरकार तेज धूप में 7 दिनों तक धरने पर बैठे रहे।
आखिरकार सोमवार को बदली तस्वीर
सोमवार को दोपहर बाद आई हल्की बारिश और ठंडी हवाओं के बीच विभाग की टीम गांव पहुंची और नया ट्रांसफॉर्मर लगाया। कुछ ही घंटों में बिजली चालू हुई तो गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। लोग घरों से बाहर निकले, एक-दूसरे को बधाई दी और कहा कि “अब सच में लग रहा है कि हमारी आवाज सुनी गई।”
“मीडिया ने हमारी आवाज बनकर काम किया“
ग्रामीणों ने इस संघर्ष में साथ देने के लिए मीडियाकर्मियों का भी धन्यवाद किया। उनका कहना था कि अगर मीडिया ने आवाज न उठाई होती, तो शायद हमारी परेशानी आज भी जारी रहती। गांव के लोगों ने कहा, “हमने मिलकर संघर्ष किया, बिजली आई तो लगा कि जीत सच की हुई है।”
विभाग को कहा- शुक्रिया, मगर सवाल भी बाकी
ग्रामीणों ने बिजली विभाग को धन्यवाद जरूर दिया, लेकिन साथ ही सवाल भी उठाए कि “आखिर ऐसा हालात बनने ही क्यों दिए गए? अगर समय रहते ट्रांसफार्मर बदल दिया जाता तो 80 परिवारों को इतनी परेशानी क्यों उठानी पड़ती?”