NEXT 11 मई, 2025। श्रीडूंगरगढ़ में नेशनल हाइवे-11 के पास प्रशासनिक कार्यालयों से मात्र कुछ दूरी पर अवैध मीट विक्रेताओं द्वारा खुले में मांस के अवशेष फेंके जाने से स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है। इन अवशेषों को खाने के लिए जुट रहे श्वान हिंसक हो रहे हैं, जो अब गौवंश सहित आम राहगीरों को भी अपना निशाना बना रहे हैं।

गौसेवी आनंद जोशी ने बताया कि हाईवे के किनारे वन विभाग की भूमि पर प्रतिदिन मांस का वेस्टेज गिराया जा रहा है। इससे क्षेत्र में भयंकर दुर्गंध फैल रही है और हिंसक श्वानों का डेरा लग गया है, जो राह चलते लोगों और विचरते गौवंश पर हमला कर रहे हैं। स्थानीय लोगों को बस स्टैंड और सरकारी दफ्तरों के पास भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

समाजसेवी व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता श्यामसुंदर जोशी और प्रदीप कुमार जोशी ने प्रशासन को चेताते हुए कहा कि कस्बे व घुमचक्कर क्षेत्र में संचालित अवैध मीट की दुकानों को तुरंत बंद किया जाए। साथ ही, खुले में मांस के अपशिष्ट फेंकने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

प्रदीप जोशी ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आमजन में फैलती बीमारियों और श्वानों की हिंसक घटनाओं के लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
सरकारी नियमों की खुलेआम धज्जियां
राजस्थान में मीट विक्रय के लिए तय नियमों के अनुसार:
खुले में मांस की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित है। प्रत्येक मीट दुकान को वाणिज्यिक लाइसेंस लेना अनिवार्य है। धार्मिक स्थलों से 100 मीटर की दूरी पर मीट दुकानें नहीं होनी चाहिए। मंगलवार को सभी मीट दुकानें बंद रहनी चाहिए। दुकानों पर “हलाल” या “झटका” का स्पष्ट उल्लेख आवश्यक है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इन नियमों का सख्ती से पालन करवाया जाए और नियम तोड़ने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।