NEXT 18 मई, 2025। कहते हैं कि अच्छे संस्कार बचपन से ही नजर आने लगते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया कालूबास, धोलिया रोड निवासी 12 वर्षीय सूरजपाल गोदारा ने। सूरजपाल को शनिवार सुबह जैन मंदिर के पास एक मोबाइल फोन बंद हालत में मिला। यह मोबाइल मोमासर बास निवासी रौनक पारख पुत्र मूलचंद पारख का था, जो गलती से रास्ते में गिर गया था।

सूरजपाल ने मोबाइल को अपने घर ले जाकर चार्ज किया और चालू होने के बाद उसमें से संपर्क किया। पुष्टि होने के बाद सूरजपाल ने मोबाइल रौनक पारख को सौंप दिया।
रौनक पारख ने बालक की ईमानदारी की सराहना करते हुए आभार जताया। जैन समाज के युवा कार्यकर्ता प्रदीप पुगलिया ने भी सूरजपाल के इस नेक कार्य की प्रशंसा की और कहा कि आज के समय में जहां लोग मोबाइल पाकर हड़प लेते हैं, वहीं सूरजपाल जैसे बच्चे समाज के लिए आशा की किरण हैं।