पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करके करवाई थी बाजार में परेड, दर्ज है कई मुकदमें, आरोपियों पर एससी-एसटी के झूठे मामलों के लगते रहे हैं आरोप
NEXT 18 जून, 2025। श्रीडूंगरगढ़ में बुधवार को पुलिस द्वारा तीन दलित युवकों को बाजार की मुख्य सड़कों पर पैदल परेड करवाए जाने को लेकर दलित समाज में भारी आक्रोश है और मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।

एडवोकेट पुखराज तेजी ने कहा कि पुलिस ने तीनों आरोपियों को एक मामले में गिरफ्तार किया और गिरफ्तारी के बाद आमजन के सामने घुमाया गया, उसे लेकर दलित समाज के लोगों ने तीखी आपत्ति जताई है। समाज के प्रतिनिधियों ने इसे न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया है, बल्कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, 1989 के भी विपरीत करार दिया है।
सामाजिक प्रतिष्ठा को किया धूमिल:
ज्ञापन में बताया गया है कि उक्त तीनों युवक दलित समाज के सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता हैं और राजनीति द्वेष के चलते उन्हें झूठे मामलों में फंसाया गया है। तेजी ने कहा कि आत्मसमर्पण के बावजूद सार्वजनिक रूप से उन्हें अपमानित करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
उपखंड अधिकारी के मार्फत दिया ज्ञापन:
दलित समाज ने मुख्यमंत्री , गृह मंत्री, पुलिस महानिदेशक और बीकानेर रेंज के आईजी को ज्ञापन भेजकर इस घटनाक्रम की उच्चस्तरीय जांच और दोषी पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। इस दौरान एडवोकेट रामूसिंह कालवा, आदूराम मेहरा, एडवोकेट रामनिवास, चेतन भारतीय, बजंरगलाल रिड़ी, शेराराम कमलिया, ओमप्रकाश मेहरा आदि मौजूद रहे।
“हम न्यायपालिका में विश्वास रखते हैं, लेकिन अपमान नहीं सहेंगे”
ज्ञापन में कहा गया है कि दलित समाज कानून और संविधान में आस्था रखता है, परंतु ऐसी घटनाएं समाज को झकझोरने वाली हैं। यह कृत्य समाज की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने वाला है।
क्या था मामला, आरोपियों पर लगते रहे हैं एक्ट के दुरुपयोग के आरोप
गत वर्ष 6 अगस्त 2024 को गांव बीदासर निवासी मेघराज पुत्र उदाराम पर जानलेवा हमला कर नकदी लूटने के आरोप में फरार चल रहे तीन युवकों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। बुधवार सुबह थाना एसआई मोहनलाल मीणा के नेतृत्व में पुलिस दल ने आरोपियों से मुख्य बाजार में पैदल परेड करवाई।

गिरफ्तार आरोपी नौसरिया गांव के राजेन्द्र मेघवाल, उसके भाई सुरेश कुमार और कमल देव से पेदल परेड करवाई गई। उल्लेखनीय है कि इस मामले में पहले ही एक अन्य आरोपी कालूराम को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस द्वारा आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया था जहां से उन्हें 7 दिन की पुलिस कस्टडी पर सौंपा गया है।