
दैनिक जीवन में मुहूर्त विज्ञान का विशेष महत्त्व माना गया है। हमारे पूर्वजों ने समय के सूक्ष्म विभाजन के आधार पर शुभ-अशुभ का निर्धारण किया, ताकि कोई भी कार्य उचित समय पर कर फलदायक सिद्ध हो। आमतौर पर हम मानते हैं कि शुभ, लाभ, अमृत जैसे चौघड़िया समय केवल शुभ फल ही प्रदान करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही चौघड़िये कुछ विशेष स्थितियों में अशुभ भी सिद्ध हो सकते हैं?
क्षेत्र के सुप्रसिद्ध श्री गणेश ज्योतिष कार्यालय के वरिष्ठ ज्योतिषी राजगुरु पंडित देवीलाल रामदेव उपाध्याय बताते हैं कि पंचांग के अनुसार किसी भी कार्य की सिद्धि के लिए तिथि, वार,नक्षत्र, योग, करण के साथ चंद्रमा की स्थिति का मिलान आवश्यक होता है। लेकिन जब तात्कालिक आवश्यकताओं के कारण हम विस्तृत मुहूर्त का इंतज़ार नहीं कर सकते, तो ऐसे में चौघड़िया एक सरल विकल्प के रूप में देखा जाता है।
यही कारण है कि दिन-रात को आठ-आठ चौघड़ियों में विभाजित कर उद्वेग,अमृत,रोग, लाभ, शुभ , चर, काल जैसे वर्गों में बांटा गया है। इनमें शुभ, लाभ, अमृत को अच्छे कार्यों के लिए उपयुक्त माना गया है। लेकिन क्या ये चौघड़िये हर दिन हर समय शुभ ही होते हैं? ज्योतिष शास्त्र इसका उत्तर ‘नहीं’ में देता है।
वारवेला: जब शुभ भी बन जाते हैं अशुभ
ज्योतिष के अनुसार सप्ताह के प्रत्येक दिन कुछ विशेष चौघड़िये होते हैं, जो वारवेला कहलाते हैं। इन समयों में भले ही चौघड़िया अमृत या लाभ क्यों ना हो किंतु ये अशुभकारक होते हैं आइए जानते हैं कैसे?
उदाहरणस्वरूप:
रविवार को चौथा चौघड़िया (अमृत)
सोमवार को सातवां चौघड़िया (लाभ)
मंगलवार को दूसरा चौघड़िया (उद्वेग)
बुधवार को पांचवां चौघड़िया (रोग)
गुरुवार को आठवां चौघड़िया (शुभ)
शुक्रवार को तीसरा चौघड़िया (अमृत)
शनिवार को छठा चौघड़िया (लाभ)
वारवेला होते हैं।
क्या करें ऐसे समय में?
यदि किसी कारणवश कार्य को टालना संभव न हो, तो वारवेला की जानकारी अवश्य लेनी चाहिए। हो सके तो कार्य को वारवेला से बाहर करें, या किसी अनुभवी ज्योतिषी से मार्गदर्शन प्राप्त करें।
निष्कर्ष:
चौघड़ियों का चयन करते समय केवल नामों (शुभ, लाभ, अमृत) पर नहीं, बल्कि उनके वारवेला प्रभाव पर भी ध्यान देना जरूरी है। अन्यथा अच्छे समय में भी कार्य विफल हो सकते हैं।
इसलिए अगली बार जब आप कोई महत्त्वपूर्ण निर्णय लें, तो चौघड़िया देखकर ही नहीं, उसकी गहराई भी समझकर कदम बढ़ाएं — क्योंकि हर अमृत हमेशा अमृत नहीं होता।