NEXT 2 अगस्त, 2025 श्रीडूंगरगढ़। कस्बे के कालूबास क्षेत्र में रहने वाली पुनम नाई ने अपने ससुराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और स्त्रीधन हड़पने का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता ने न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत कर पति सहित छह परिजनों पर मानसिक, शारीरिक अत्याचार का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है।
शादी के बाद शुरू हुआ दहेज का खेल
पीड़िता पुनम की शादी 20 मार्च 2015 को श्यामसुंदर पुत्र मदनलाल नाई, कालुबास से हुई थी। शादी में पीहर पक्ष ने हैसियत अनुसार सोने-चांदी के गहने, घरेलू सामान, नकदी और अन्य जरूरी वस्तुएं दी थीं। लेकिन ससुराल पहुंचने के कुछ समय बाद ही आरोपीगण पुनम को ताने देने लगे कि दहेज कम मिला है। एक लाख रुपये नकद और मोटरसाइकिल की मांग लगातार की जाती रही।
बेटी होने पर और बढ़ गई प्रताड़ना
शादी के दो साल बाद जब पुनम गर्भवती हुई और एक बेटी को जन्म दिया तो ससुरालियों ने उसे ‘अपशगुनी’ कहकर तिरस्कार किया। बेटी के जन्म पर भी “छुछक” में पर्याप्त सामान नहीं लाने का हवाला देते हुए उसे प्रताड़ित किया गया।
रसोई में जलाने की कोशिश, मुश्किल से बची जान
करीब एक साल पहले पुनम को ससुरालियों ने रसोई में बंद कर आग लगाने की कोशिश की। किसी तरह जान बचाकर वह अपने पीहर पहुंची। इसके बाद पंचायत का बहाना बनाकर ससुरालियों ने समझौते की बात कही लेकिन प्रताड़ना थमी नहीं।
न्यायालय में पेश किया परिवाद, मांगा स्त्रीधन और सजा
पुनम ने न्यायालय में परिवाद पत्र दायर किया है। उसने धारा 85, 316(2), 61(2), 115(2) बीएनएस के तहत पति, सास-ससुर, ननद और देवरों पर मुकदमा दर्ज कर सजा की मांग की है। साथ ही उसने अपना स्त्रीधन लौटवाने की भी अपील की है।
न्यायालय ने पुलिस को मामला दर्ज करके जांच का आदेश दिया है।