NEXT 7 मार्च, 2025। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका प्रशासन की कार्यप्रणाली पर फिर सवाल उठे हैं। कस्बे के कालूबास स्थित वार्ड नं. 1 में बिना पूर्व सूचना के मोबाइल टॉवर लगाने का मामला सामने आया है। महिला सुलभ शौचालय के पास खुदाई शुरू होते ही मोहल्ले के जागरूक नागरिकों ने इसका कड़ा विरोध किया, जिसके बाद टॉवर लगाने वाली टीम को लौटना पड़ा।

मोहल्लेवासियों ने किया विरोध
वार्ड नं. 1 में मोबाइल टॉवर लगाने के लिए शुक्रवार को कंपनी के कर्मचारी खुदाई मशीन लेकर पहुंचे और शौचालय के पास गड्ढा खोदने लगे। यह देख मोहल्ले के जागरूक युवा शंकर व्यास, सुभाष जावा और बेगराज मेघवाल ने विरोध जताया और सवाल उठाया कि आमरास्ते में और सार्वजनिक स्थल के पास टॉवर क्यों लगाया जा रहा है?
कर्मचारियों ने दी धमकी
मोहल्लेवासियों के विरोध के बावजूद कंपनी के कर्मचारियों ने दावा किया कि उनके पास श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका से स्वीकृति (NOC) है। उन्होंने विरोध करने वालों को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने काम रोका तो पुलिस कार्यवाही होगी।
वार्डवासियों के एकजुट होते ही भागे कर्मचारी
शोर सुनकर आसपास के अन्य लोग भी इकट्ठा हो गए और मोबाइल टॉवर के खिलाफ आवाज उठाई। बढ़ते विरोध को देखते हुए कंपनी के कर्मचारी वहां से लौट गए और कहा कि वे अब प्रशासन के साथ आएंगे।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस पूरे मामले ने श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बिना सूचना और सार्वजनिक स्थल के पास मोबाइल टॉवर लगाने की मंजूरी कैसे मिली? इस पर अब स्थानीय नागरिकों में आक्रोश है। लोगों ने इस मामले में उचित जांच और कार्रवाई की मांग की है।