NEXT 8जनवरी, 2025। कुंभ मेले के प्रारंभिक अवसर पर तीर्थराज प्रयाग के संगम तट पर बुधवार को श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। झूसी स्थित राधा सर्वेश्वर नगर के विशाल पांडाल में आयोजित इस कथा का नेतृत्व जगद्गुरु निम्बार्काचार्य पीठाधीश्वर राधा मोहन शरण देवाचार्य महाराज कर रहे हैं। सात दिवसीय इस कथा के पहले दिन महाराज ने भागवत के महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए इसे अमृत तुल्य बताया।
महाराज ने कहा कि भागवत कथा मानव को मृत्यु के भय से मुक्त कर जीवन में शांति और मोक्ष प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि यह कथा न केवल परीक्षित के भय को दूर करती है, बल्कि मोह में फंसे हर व्यक्ति के लिए मुक्तिदायक है। भागवत कथा से हृदय की अशुद्धता समाप्त होती है और भक्ति का आगमन होता है।
कथा की शुरुआत त्रिवेणी संगम से जल कलश लाकर भव्य कलश यात्रा के साथ हुई। जयपुर निवासी यजमान हरिप्रसाद जांगिड़ और उनकी पत्नी सुनीता जांगिड़ ने भागवत को सिर पर धारण कर विधिवत पूजन-अर्चन किया।
डॉ. चेतन स्वामी ने बताया कि कुंभ क्षेत्र में हजारों पांडाल सज चुके हैं और अगले कुछ दिनों में विभिन्न धार्मिक कथाओं का आयोजन होगा। बुधवार को मेला क्षेत्र में साधु-संतों की पेशवाई निकाली गई और संगम में स्नान के साथ धर्ममय वातावरण बना रहा। इस बार कुंभ क्षेत्र की सजावट और सुंदरता लोगों का मन मोह रही है।
प्रयागराज के संगम तट पर भागवत कथा का शुभारंभ, देशभर से उमड़ रहे श्रद्धालु

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