70 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को किया गया सम्मानित, करियर काउंसलिंग शिविर में मिली दिशा
NEXT 26 जून, 2025। केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट शिक्षा की अलख जगाने में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के संकल्प को साकार कर रहा है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे बड़े सपने देखें और उन्हें साकार करने के लिए पूरे समर्पण के साथ प्रयास करें।

वे गुरुवार को विद्या निकेतन स्कूल में ट्रस्ट द्वारा आयोजित करियर काउंसलिंग-2025 एवं विद्यार्थी गौरव सम्मान-2025 कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

कानून मंत्री मेघवाल ने कहा कि बाबा साहेब ने विपरीत परिस्थितियों में भी शिक्षा का दामन नहीं छोड़ा और देश को संविधान दिया। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का उदाहरण देते हुए कहा कि साधारण परिवार से होने के बावजूद उन्होंने ऊँचाइयों को छुआ।

उन्होंने कहा कि देश के 30 करोड़ विद्यार्थी हमारी सबसे बड़ी पूंजी हैं। यदि वे संस्कारवान, चरित्रवान और योग्य बनते हैं, तो भारत विकसित राष्ट्रों की कतार में खड़ा हो सकता है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत” के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि लोकसभा और विधानसभाओं में 33% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की जा चुकी हैं, जिसे देश की राजनीति में क्रांतिकारी बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर सफल व्यक्ति के पीछे मातृशक्ति की भूमिका होती है।
खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि शिक्षा एक मास्टर-की है, जिससे हर ताला खोला जा सकता है। उन्होंने खाजूवाला में भीमराव अंबेडकर वाचनालय खुलवाने और बीकानेर के वाचनालय में स्थायी करियर काउंसलर नियुक्त करने का आग्रह किया।
पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति को गंभीर चिंता का विषय बताया और कहा कि ऐसे करियर काउंसलिंग कार्यक्रम युवाओं को सही दिशा प्रदान करते हैं।
नेशनल करियर काउंसलर डॉ. चंद्रशेखर श्रीमाली ने विद्यार्थियों से अपनी स्किल पहचानने की अपील की और विभिन्न करियर विकल्पों पर विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम प्रभारी रवि शेखर मेघवाल ने बताया कि दसवीं और बारहवीं कक्षा में 70% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र और डिक्शनरी भेंट कर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि विद्यार्थी केवल सरकारी नौकरी तक सीमित न रहें, बल्कि जॉब प्रोवाइडर और एंटरप्रेन्योर बनें।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती, बाबा साहेब अंबेडकर और भावना मेघवाल के चित्रों पर माल्यार्पण से हुई।
इस अवसर पर राज्यमंत्री रामगोपाल सुथार (अध्यक्ष, विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड), पूर्व विधायक शिमला बावरी, रचना मेघवाल, पाना देवी, सुशीला वर्मा, महावीर रांका (पूर्व अध्यक्ष, नगर विकास न्यास), गुमान सिंह राजपुरोहित, विक्रमसिंह राजपुरोहित, पप्पूराम पंवार, मोतीलाल पड़िहार, ओमप्रकाश मेघवाल, पूर्व प्रधान कन्हैयालाल, शिवकुमार रंगा, विनोद गिरि गुसाई, किशोर आचार्य, राजाराम सींवर, चंद्रप्रकाश बारूपाल, श्रवण प्रजापत, इमरान कायमखानी, सम्पत पारी, रामेश्वर पारीक सहित बड़ी संख्या में अभिभावक, विद्यार्थी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।