श्रीडूंगरगढ़ के मूल निवासी और कोलकाता प्रवासी हैं पुगलिया, आचार्य महाश्रमण की सन्निधि में मिलेगा सम्मान
NEXT 3 अगस्त, 2025 श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के मूल निवासी और वर्तमान में कोलकाता में प्रवास कर रहे राजस्थान गौरव भीखमचंद पुगलिया को श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा द्वारा तेरापंथ संघ सेवा सम्मान-2025 से नवाजा जाएगा। यह सम्मान उन्हें आचार्य महाश्रमण की पावन सन्निधि में महासभा द्वारा प्रदान किया जाएगा।

भीखमचंद पुगलिया पिछले कई वर्षों से तेरापंथ धर्मसंघ और संघपति के प्रति अपनी सेवा, निष्ठा और आस्था के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने न केवल सेवा कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाई, बल्कि विभिन्न स्तरों पर श्रम, समय और दायित्वों का ईमानदारी से निर्वहन किया।
पुगलिया को यह सम्मान मिलना न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे श्रीडूंगरगढ़ और तेरापंथ समाज के लिए गर्व की बात है। उनके सम्मान की सूचना मिलते ही परिजनों, मित्रों और समाजजनों ने उन्हें बधाइयां दीं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
समाजसेवा में सदैव आगे रहे हैं पुगलिया
भीखमचंद पुगलिया तेरापंथ धर्मसंघ के अंतर्गत चलने वाले कई सामाजिक और धार्मिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाते आए हैं। चाहे वह आयोजन की जिम्मेदारी हो या आर्थिक सहयोग, उन्होंने हर कार्य को सेवा भाव से निभाया है।