NEXT 6 अप्रैल 2025। तेरापंथ धर्मसंघ के प्रथम आचार्य, युगप्रवर्तक आचार्य भिक्षु की स्मृति में भिक्षु अभिनिष्क्रमण दिवस आज श्रद्धा और भावपूर्ण वातावरण में मनाया गया। सेवा केंद्र मालू भवन में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 9:15 बजे सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी संगीतश्री जी एवं साध्वी डॉ. परमप्रभा के सान्निध्य में हुआ।

इस अवसर पर साध्वी डॉ. परमप्रभा एवं साध्वीश्री संगीतश्री ने अपने प्रवचन में कहा कि “आचार्य भिक्षु का जीवन समर्पण, साधना और समाज सुधार का प्रतीक है। उनके गुणों को आत्मसात कर हम अपने जीवन को धर्ममय बना सकते हैं।”

कार्यक्रम की शुरुआत साध्वीवृंद द्वारा मंगलाचरण से हुई। इसके पश्चात वक्ताओं ने अपने भावपूर्ण विचार प्रस्तुत किए।
श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के मंत्री प्रदीप पुगलिया ने अपने वक्तव्य में आचार्य भिक्षु के आदर्शों को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी। तेयुप मंत्री अमित बोथरा ने भावभीनी गीतिका प्रस्तुत कर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। महिला मंडल की उपाध्यक्ष शारदा बोथरा ने अपने वक्तव्य और मंडल की सामूहिक गीतिका के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम के विशेष वक्ता, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के पूर्व अध्यक्ष पन्नालाल पुगलिया ने ओजस्वी भाषण में आचार्य भिक्षु के क्रांतिकारी विचारों पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम का संचालन मधु झाबक ने किया। अंत में महावीर जयंती, विश्व नवकार दिवस और रात्रिकालीन धर्म जागरण की सूचनाएं भी साझा की गईं।