NEXT 24 अप्रैल, 2025। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर बीकानेर जिले में सफाई व्यवस्था में लापरवाही को लेकर शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की। गुरुवार की सुबह मंत्री दिलावर ने औचक निरीक्षण करते हुए बीकानेर की तीन ग्राम पंचायतों उदासर, रायसर और नौरंगदेसर का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई की स्थिति अत्यंत दयनीय पाए जाने पर तीनों पंचायतों के सरपंचों और ग्राम विकास अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गाँवों में महीनों से सफाई नहीं हुई है। रायसर गांव के दुकानदार दीवान सिंह ने बताया कि पिछली बार महाशिवरात्रि (फरवरी) के अवसर पर ही सफाई हुई थी, उसके बाद से कोई सफाईकर्मी नहीं आया। मुख्य मंदिर के द्वार पर कूड़े के ढेर देख मंत्री ने गहरी नाराजगी जताई और कहा कि यह श्रद्धालुओं का अपमान है।

नौरंगदेसर में स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र के आसपास फैली गंदगी पर भी मंत्री ने कड़ा संज्ञान लिया। वहीं, उदासर में खुले में जलते कचरे के ढेर देख मंत्री ने ग्राम विकास अधिकारी को फटकार लगाई।

मंत्री ने रायसर के सरपंच महेन्द्र सिंह, नौरंगदेसर के सरपंच भगवाना राम और उदासर के सरपंच वीरेंद्र सिंह के साथ-साथ ग्राम विकास अधिकारी राजेन्द्र चारण, कौशल्या पुरोहित और चिरंजीवी शर्मा को निलंबित करने के निर्देश जारी किए।

इसके अलावा, सफाई का कार्य देख रही ठेका फर्म शंकर कंस्ट्रक्शन कंपनी को ब्लैकलिस्ट करते हुए उसका भुगतान रोकने के आदेश दिए गए। वहीं, स्वच्छ भारत मिशन के ब्लॉक कोऑर्डिनेटर ललित को भी सेवा से मुक्त कर दिया गया।
मंत्री दिलावर ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे सिर्फ फाइलों तक सीमित न रहें, बल्कि गाँवों में जाकर ज़मीनी हालात देखें और सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतें यदि जनता की मूलभूत ज़रूरतों को पूरा नहीं कर पा रही हैं, तो ऐसी लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।