तीन आरोपी गिरफ्तार, कई राज्यों से आईं 84 से ज्यादा शिकायतें, खातों के जरिए करते थे करोड़ों का लेन-देन
NEXT 11 जून, 2025। साइबर अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत बीकानेर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। शहर में सक्रिय एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने फर्जी और किराए पर लिए गए बैंक खातों के जरिए करीब 5 करोड़ रुपए की ठगी की थी।
गिरफ्तार आरोपियों में राहुल सिंह (34), मनमोहन यादव (31) और नाहिद अली (30) शामिल हैं। तीनों बीकानेर शहर के अलग-अलग इलाकों के निवासी हैं और लम्बे समय से साइबर ठगी की गतिविधियों में लिप्त थे।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि गिरोह के सदस्य शुरुआत में खुद के खाते किराए पर देते थे। बाद में जब उनके खाते बंद हो गए तो अन्य लोगों से संपर्क कर उनके बैंक खाते 15 हजार (सेविंग) व 30 हजार (करंट) रुपए में खरीदते और उनका इस्तेमाल साइबर ठगी के लिए करते।
ऑनलाइन गेमिंग, सट्टेबाजी व ठगी की रकम इन खातों में जमा होती थी
पूछताछ में सामने आया है कि गिरोह ऑनलाइन गेमिंग, क्रिकेट सट्टेबाजी और अन्य साइबर ठगी के जरिए प्राप्त रकम को इन खातों में जमा करवाता था। इसके बाद इन पैसों को या तो अन्य खातों में ट्रांसफर कर देते थे या एटीएम व चैक के जरिए नकद निकाल लेते थे।
देशभर से इन आरोपियों के खातों पर अब तक 84 से ज्यादा साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।
- राहुल सिंह के 12 खातों पर 53 शिकायतें,
- मनमोहन यादव के एक खाते पर 14 शिकायतें,
- नाहिद अली के 5 खातों पर 17 शिकायतें दर्ज हैं।
इनमें राजस्थान सहित देश के कई राज्यों के लोग शामिल हैं जिनके साथ यह गिरोह ठगी कर चुका है।
पुलिस कर रही नेटवर्क की गहन जांच
पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहन जांच में जुटी है। जिन खातों को आरोपियों ने खरीदा था, उन खातों के असली धारकों और अन्य सहयोगियों की भी भूमिका की जांच की जा रही है।
एफआईआर सब-इंस्पेक्टर विशु वर्मा द्वारा दर्ज करवाई गई, जबकि मामले की जांच पुलिस निरीक्षक रमेश कुमार सर्वटा को सौंपी गई है।
पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है और जल्द ही और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।