NEXT 23 अप्रैल, 2025 श्रीडूंगरगढ़। बिग्गा बास निवासी एक स्वर्णकार परिवार एक बार फिर विवादों में आ गया है। पूर्व में 6 आपराधिक मुकदमों का सामना कर रहा यह परिवार अब एक नई आपराधिक शिकायत के दायरे में आ गया है। न्यायालय ने पीड़िता के प्रार्थना पत्र पर संज्ञान लेते हुए श्रीडूंगरगढ़ थाने को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 175(3) के तहत मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आडसर बास निवासी कमलेश देवी पत्नी स्व. बुद्धप्रकाश सुनार के परिवार के साथ 13 सितंबर 2024 को एक गंभीर सड़क दुर्घटना घटित हुई थी। इस दुर्घटना में उनके दो पुत्र रमेश व गोपी, पुत्रवधु पूजा गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जबकि पौत्र की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी। घायलों को बीकानेर और फिर जयपुर रेफर किया गया।
इस दौरान इलाज के लिए पैसों की सख्त आवश्यकता पड़ने पर कमलेश देवी के जान-पहचान के मदनलाल सुनार की पत्नी राधादेवी और पुत्र श्रवणकुमार उनके घर आए और मदद की पेशकश की। उन्होंने गहने देने के बदले बाजार से 10 लाख रुपये लाकर देने की बात कही। कमलेश देवी ने उमाशंकर पुत्र रुखमानंद सुनार की उपस्थिति में अपने स्वर्ण आभूषण तुलवाकर सौंप दिए।
तीन दिन बीतने के बावजूद जब गहनों के बदले पैसे नहीं दिए गए, तो उमाशंकर को तकादा करने भेजा गया, परंतु कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिला। इस बीच परिवार की हालत और बिगड़ती गई, और 25 सितंबर को एक पुत्र की मृत्यु हो गई।
सामाजिक रीति-रिवाजों के बाद जब कमलेश देवी ने पुनः अपने गहनों या पैसों की मांग की तो आरोपियों ने स्पष्ट मना कर दिया। आखिरकार, पीड़िता ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय ने मामले की गंभरीता को देखते हुए श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाने को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।