NEXT 16 जून, 2025 श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ में बहुप्रतीक्षित ट्रोमा सेंटर की मांग को लेकर सोमवार को जनाक्रोश अपने चरम पर पहुंच गया। ‘ललकार रैली’ के मंच से पूर्व विधायक गिरधारीलाल महिया ने ऐलान किया कि “गोली खा लेंगे, लेकिन ट्रोमा सेंटर का हक लेकर रहेंगे।” महिया ने सरकार पर मानवता के मंदिर के निर्माण में बाधा डालने का आरोप लगाया और कहा कि यह विफलता की पराकाष्ठा है। महिया ने जनता से आह्वान करते हुए कहा कि यह केवल श्रीडूंगरगढ़ नहीं, समूचे क्षेत्र की जनहित की लड़ाई है। रैली शाम 5 बजे आगामी संघर्ष की रणनीति के संकल्प के साथ संपन्न हुई।

प्रशासन संग दो वार्ताएं विफल, आगे की रणनीति जल्द
धरनार्थियों और प्रशासन के बीच दो दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। प्रशासन की ओर से एसडीएम उमा मित्तल, तहसीलदार कुलदीप मीणा, सीओ निकेत पारीक सहित अन्य अधिकारी वार्ता में शामिल हुए। वहीं जनता की ओर से अधिवक्ता श्यामसुंदर आर्य, डॉ. विवेक माचरा, नत्थूनाथ मंडा, सोनिया राजपुरोहित सहित कई प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पूर्व विधायक ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जिला कलेक्टर से मिलेगा और आगे की रणनीति की घोषणा की जाएगी।

नेताओं और संगठनों ने दिया समर्थन, ट्रोमा की मांग बना जनांदोलन
सभा को कई संगठनों और नेताओं ने संबोधित किया जिनमें इस मौके पर पूर्व विधायक धोद, पेमाराम ने भी मंच से गरजते हुए कहा कि “खाद, बीज, पानी, बिजली और ट्रोमा, हर मोर्चे पर सरकार फेल है।” उन्होंने क्षेत्र की जनता से संघर्ष को धार देने की अपील की।
खेत मजदूर यूनियन के रामरतन बगड़िया, किसान नेता लालचंद भादू, डॉ. विवेक माचरा, सीपीआईएम के सुंदर बेनीवाल, अशोक शर्मा सहित दर्जनों नेता शामिल रहे। उन्होंने ट्रोमा सेंटर को जन आंदोलन बनाने की हुंकार भरी।

सभा के बाद रैली घुमचक्कर तक निकाली गई जिसमें युवाओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए सरकार से शीघ्र ट्रोमा सेंटर निर्माण की मांग की।