बढ़ते साइबर अपराधों की धमक बड़े शहरों से दूरदराज स्थित छोटे- छोटे गांवों तक पहुंच गई है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि हम सतर्क रहें। NEXT आमजन को होने वाले साइबर अपराधों से बचाने के लिए एक एपिसोड निरन्तर चला रहा है। इसी कड़ी में आज हम ई-ट्रेडिंग के बारे में जानेंगे।
ई-ट्रेडिंग क्या है?
इसमें साइबर अपराधी आमजन को ऑनलाइन ट्रेडिंग करने, शेयर खरीदने, एपीओ खरीदने का झांसा देते हैं। इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं।
अपराध को अंजाम कैसे देते हैं?
साइबर अपराधी व्हाट्सअप, टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ-साथ लाइव प्रसारण का भी इस्तेमाल करते हैं। सेबी पंजीकृत एफपीआई के कर्मचारी या सहयोगी बनकर लोगों को ऐसे एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्हें शेयर खरीदने, आईपीओ में सदस्यता लेने के लिए अनुमति देते हैं। साइबर अपराधों को अंजाम देने के लिए झूठे नामों से पंजीकृत मोबाइल नंबर का उपयोग करते हैं।
