NEXT 16 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। स्कूल एजुकेशन वेलफेयर एसोसिएशन सेवा राजस्थान के प्रतिनिधि मंडल ने संगठन के प्रदेशाध्यक्ष कोडाराम भादू के नेतृत्व में राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजा। इस ज्ञापन में देशभर में शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु ‘School Safety Act’ लागू किए जाने की मांग की गई है।

संगठन के मीडिया प्रभारी शैलेश भदानी ने बताया कि यह ज्ञापन विद्यालय परिसरों में बढ़ती हिंसक घटनाओं और शिक्षकों पर हो रहे हमलों की रोकथाम के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में चाकू और बंदूक जैसे हथियारों के उपयोग की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे शिक्षक भय के माहौल में कार्य करने को मजबूर हो गए हैं। इस डर के कारण वे छात्रों में अनुशासन व नैतिक मूल्यों के निर्माण जैसे अपने बुनियादी दायित्वों का निर्वहन करने में भी असहज महसूस कर रहे हैं।
ज्ञापन में विशेष रूप से हरियाणा के हिसार जिले के पुट्ठी गांव में शिक्षक जगबीर पानू की उनके ही छात्रों द्वारा की गई नृशंस हत्या की घटना का उल्लेख करते हुए इसे पूरे समाज के लिए चिंताजनक संकेत बताया गया।
प्रतिनिधि मंडल ने निम्नलिखित प्रमुख मांगें उठाई हैं:
- पूरे देश में ‘School Safety Act’ लागू किया जाए, जिससे शिक्षक, विद्यार्थी और स्कूल स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
- दिवंगत शिक्षक जगबीर पानू को “शहीद” का दर्जा दिया जाए। साथ ही उनके परिवार को ₹1 करोड़ की आर्थिक सहायता तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी सेवा में नियुक्ति दी जाए।
- 18 वर्ष से कम आयु के विद्यार्थियों द्वारा किए गए गंभीर अपराधों को ‘जघन्य अपराध’ की श्रेणी में शामिल किया जाए और ‘नाबालिग’ की परिभाषा की पुनर्समीक्षा की जाए।
ज्ञापन में यह भी आग्रह किया गया कि केंद्र सरकार इस संवेदनशील विषय पर शीघ्र संज्ञान ले और संबंधित मंत्रालयों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करे, जिससे शिक्षक भयमुक्त वातावरण में राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में अपना योगदान दे सकें।
इस अवसर पर प्रतिनिधि मंडल में नगर संयोजक शैलेंद्र यादव, हंसराज धौलपुरिया सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।