NEXT 13 अगस्त, 2025 श्रीडूंगरगढ़। देश में पहली बार होने जा रही डिजिटल जनगणना के लिए राजस्थान में भी तैयारी तेज हो गई है। इस बार लोग खुद भी अपना ब्यौरा भर सकेंगे। इसके लिए सेल्फ सेंसस वेब पोर्टल लॉन्च किया जाएगा। बाद में सरकारी कर्मचारी इस डाटा की जांच कर वेरिफाई करेंगे।
जनगणना निदेशक बिष्णु चरण मल्लिक ने मंगलवार को जयपुर स्थित क्षेत्रीय निदेशालय में बताया कि “1 जनवरी 2026 से 31 मार्च 2027 तक जनगणना प्रक्रिया चलेगी। इस बार जातिगत जनगणना भी होगी।”
दो फेज में होगी जनगणना
- पहला फेज – अप्रैल से सितंबर 2026 तक मकानों की लिस्टिंग और गणना।
- दूसरा फेज – 9 से 20 फरवरी 2027 तक जनसंख्या गणना।
- 28 फरवरी 2027 को बेघर लोगों की गिनती।
- बाहरी लोग जो 6 महीने से ज्यादा किसी इलाके में रह रहे हैं, उनकी गिनती वहीं होगी।
2 लाख से ज्यादा कर्मचारी, तबादलों पर रोक
जनगणना में 2 लाख से ज्यादा कर्मचारी और अफसर लगाए जाएंगे।
- 1.50 लाख प्रगणक घर-घर जाकर ब्यौरा भरेंगे।
- 30–40 हजार सुपरवाइजर और अन्य अफसर होंगे।
- ज्यादातर शिक्षक और स्थानीय निकाय कर्मचारी लगाए जाएंगे।
- 1 जनवरी 2026 से 31 मार्च 2027 तक इन कर्मचारियों के तबादलों पर रोक रहेगी।
15 महीने प्रशासनिक सीमाएं फ्रीज
जनगणना के दौरान वार्ड, गांव, तहसील, उपखंड और जिलों की सीमाओं में कोई बदलाव नहीं होगा। इस अवधि में नई प्रशासनिक इकाइयां भी नहीं बन सकेंगी।
टैबलेट से घर-घर, रियल टाइम मॉनिटरिंग
इस बार जनगणना पूरी तरह डिजिटल होगी।
- मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल से डाटा एंट्री।
- डिजिटल मैप की सुविधा।
- किस कर्मचारी ने कितने घरों में सर्वे किया, कितने लोगों का ब्यौरा भरा, इसकी रियल टाइम मॉनिटरिंग।
- डिजिटल मोड से सटीकता बढ़ेगी और गलतियां कम होंगी।