NEXT 29 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र के ग्राम ऊपनी स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत सैकड़ों विद्यार्थियों की जान एक जर्जर पानी की टंकी के कारण हमेशा खतरे में बनी हुई है। विद्यालय परिसर में खड़ी यह पुरानी और क्षतिग्रस्त टंकी कभी भी गिर सकती है, और यदि उस समय छात्र-छात्राएं आसपास हुए, तो एक भीषण हादसा होना तय है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि यह टंकी विद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार के पास स्थित है और छात्र-छात्राओं का दैनिक आवागमन इसी मार्ग से होता है। प्रधानाचार्य ने चिंता जताई कि बीते 3-4 वर्षों से विभागीय स्तर पर लगातार पत्राचार किया जा रहा है, परन्तु अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। चिंतित अभिभावकों ने कहा कि अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं, मानो किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हों।
यह भी उल्लेखनीय है कि फरवरी 2025 में उपखंड अधिकारी द्वारा इस टंकी के संबंध में समुचित कार्रवाई के आदेश भी दिए गए थे, जो अब तक फाइलों में ही दफन होकर रह गए हैं।
विद्यालय के शिक्षक रामनारायण गोदारा ने बताया कि यह टंकी पिछले तीन दशक से किसी उपयोग में नहीं है, फिर भी इसे न हटाया गया, न ही ध्वस्त किया गया। उनकी मानें तो 300 विद्यार्थियों की जान हर दिन खतरे में है, और प्रशासनिक लापरवाही के चलते कभी भी एक बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
क्या प्रशासन किसी हादसे के बाद ही जागेगा?
स्थानीय नागरिकों और अभिभावकों ने इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। और प्रशासन से अपेक्षा कर रहे हैं कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जर्जर टंकी को प्राथमिकता के आधार पर हटाया जाए, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
विधायक सारस्वत ने अधिकारियों को दिए निर्देश
विधायक ताराचन्द सारस्वत ने ऊपनी स्थित स्कूल की इस जर्जर टँकी पर संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही के आदेश दिये। विधायक सारस्वत ने कहा कि विद्यार्थियों के जीवन की सुरक्षा सम्बंधी कार्यों में किसी भी प्रकार की कौताही बरती ना जाए।
