NEXT 25 अप्रैल, 2025। क्षेत्र के सातलेरा गांव में एक बार फिर वन विभाग की तत्परता ने एक बेजुबान प्राणी की जान बचा ली। गुरुवार रात्रि गांव के नजदीक रेलवे लाइन के पास खेत में घायल अवस्था में तड़प रही एक नीलगाय को देखकर किसान देदाराम ने तुरंत सामाजिक कार्यकर्ता ताराचंद लुहार को सूचना दी।
ताराचंद द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर वन विभाग के कार्मिक रोहिताश एवं सुरेश कुमार रात को ही एंबुलेंस लेकर मौके पर पहुंचे। ग्रामीण सोनू सिंह, लाल सिंह, मुनीराम हरियाणवी, ताराचंद और कालूराम के सहयोग से घायल नीलगाय को सुरक्षित एंबुलेंस में बैठाकर वन विभाग कार्यालय लाया गया।
वनकर्मी रोहिताश ने बताया कि नीलगाय के दोनों पैर गंभीर रूप से घायल हैं, जिससे वह चलने में असमर्थ है। समय पर उपचार मिल पाने से उसकी जान बच सकी।
रात के अंधेरे में भी बिना विलंब किए मौके पर पहुंचने और जानवर को सुरक्षित लाने की इस पहल की ग्रामीणों ने भूरी-भूरी प्रशंसा की है। ग्रामीण आशाराम मेघवाल ने कहा, “वन विभाग के कार्मिकों की तत्परता जीव-जंतुओं के प्रति प्रेम और कर्तव्यनिष्ठा का उत्तम उदाहरण है, जो हर किसी के लिए प्रेरणादायक है।”