NEXT 9 अप्रैल, 2025। राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ़ द्वारा प्रति वर्ष प्रदान किए जाने वाले राष्ट्रीय साहित्यिक एवं समाज सेवा पुरस्कारों के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं। यह जानकारी समिति अध्यक्ष श्याम महर्षि ने दी। उन्होंने बताया कि साहित्य, भाषा, संस्कृति और समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए विभिन्न स्मृति पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
इनमें प्रमुख रूप से श्री मलाराम माली स्मृति साहित्यश्री सम्मान, डॉ. नंदलाल महर्षि स्मृति हिन्दी साहित्य सृजन पुरस्कार, श्री चन्द्रमोहन हाड़ा हिमकर स्मृति उपन्यास लेखन पुरस्कार, श्री शिवप्रसाद सिखवाल स्मृति महिला लेखन पुरस्कार, श्री श्यामसुंदर नागला स्मृति बाल साहित्य सृजन पुरस्कार, सुरेश कंचन ओझा लेखन पुरस्कार (इतर विषयों हेतु) एवं श्री रामकिशन उपाध्याय स्मृति समाज सेवा सम्मान शामिल हैं।
समिति मंत्री रवि पुरोहित ने बताया कि हिन्दी व राजस्थानी सृजन पुरस्कारों के लिए 2020 से 2024 के बीच प्रकाशित पुस्तकें मान्य होंगी, जबकि उपन्यास, महिला लेखन, बाल साहित्य व अन्य श्रेणियों के लिए 2018 से 2024 तक की प्रकाशित कृतियां आमंत्रित की गई हैं। साहित्यश्री सम्मान हेतु बीते 20 वर्षों के कार्यों पर विचार होगा।
कोषाध्यक्ष रामचन्द्र राठी के अनुसार, इतर विषयों जैसे शिक्षा, पत्रकारिता, विधि, चिकित्सा, कृषि आदि पर आधारित पुस्तकों को सुरेश कंचन ओझा पुरस्कार में सम्मिलित किया जाएगा। समाज सेवा सम्मान हेतु पिछले 10 वर्षों के सामाजिक कार्यों का विवरण आवश्यक है। पदीय या वैतनिक सेवाएं इस श्रेणी में मान्य नहीं होंगी।
उपाध्यक्ष बजरंग शर्मा ने स्पष्ट किया कि शोध प्रबंध, परियोजना कार्य, अनुवाद, स्मारिका, साझा संकलन, या रचना समग्र आदि प्रविष्टियां अमान्य होंगी। कोई भी आवेदक केवल एक ही श्रेणी में आवेदन कर सकता है। पूर्व विजेताओं की प्रविष्टियों पर 5 वर्षों तक पुनः विचार नहीं होगा।
आयोजन समन्वयक महावीर माली ने बताया कि इच्छुक प्रतिभागी अपनी पुस्तक की एक प्रति, संक्षिप्त परिचय और फोटो के साथ 15 जून 2025 तक मंत्री, राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, संस्कृति भवन, एनएच-11, जयपुर रोड, श्रीडूंगरगढ़ (बीकानेर) 331803 पर भेज सकते हैं। निर्णय अगस्त में घोषित होंगे और पुरस्कार 14 सितम्बर को समिति के वार्षिकोत्सव पर प्रदान किए जाएंगे।