ग्राम सुरजनसर में ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा’ के तहत शिविर लगा, 70 वर्षीय किसान हड़मानाराम बोले– अब समझ में आया, सहमति से काम हो तो झगड़ा नहीं प्रेम बढ़ता है
NEXT 9 जुलाई, 2025 श्रीडूंगरगढ़। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा के तहत तहसील श्रीडूंगरगढ़ की ग्राम पंचायत सुरजनसर में लगे राजस्व शिविर ने गांव के किसान परिवारों की वर्षों पुरानी समस्याएं चुटकियों में हल कर दीं। गांव लाखनसर निवासी 70 वर्षीय किसान हड़मानाराम जाट ने बताया कि बरसों से उनके परिवार में पांच भाइयों की संयुक्त खातेदारी थी, जिस कारण फसल बीमा, पीएम किसान योजना, कृषि ऋण सहित तमाम योजनाओं के लाभ लेने में दिक्कतें आ रही थीं।

कोई कोर्ट-कचहरी नहीं, गांव में ही निपटा मामला
हड़मानाराम ने बताया कि पहले कई बार तहसील कार्यालय जाकर खाता फटवाने की कोशिश की गई, लेकिन पारिवारिक सहमति और प्रक्रिया की उलझनों के चलते बात नहीं बन पाई। इस बार शिविर गांव में ही लगा और उपखंड अधिकारी उमा मित्तल के निर्देश पर पटवारी व राजस्व टीम ने मौके पर ही सहमति पत्र तैयार करवाया। भाइयों ने लिखित में सहमति दी और बिना किसी विवाद के खाता बंटवारा हो गया।
“अब सबको मिलेगा अपनी जमीन पर हक और सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ”
पटवारी की तत्परता से सभी भाइयों को अलग-अलग खातेदारी मिल गई। अब वे अलग-अलग कृषि योजनाओं का लाभ ले सकेंगे, बैंक से कर्ज ले सकेंगे और सब्सिडी भी सीधे खाते में आएगी। हड़मानाराम कहते हैं, “पहले लगता था खाता फटवाना मतलब झगड़ा होगा, कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगेंगे। पर आज लगा कि सरकार सही नीयत से काम करे तो गांव में ही समाधान हो सकता है।”
मुख्य लाभ
- सभी भाइयों को अब न्यारी खातेदारी का हक मिला।
- पीएम किसान निधि, बीमा, सिंचाई और ऋण की सुविधाएं अब सीधे हर सदस्य को।
- पारिवारिक प्रेम और सौहार्द बना, आपसी विवाद की संभावना खत्म।
“अभियान नहीं, बदलाव की शुरुआत है यह”
राजकुमार बिश्नोई ने बताया कि गांववासियों ने राजस्थान सरकार के इस पहल की सराहना की और कहा कि यह अभियान नहीं, आमजन तक अधिकारों की पहुँच का एक ठोस प्रयास है। हड़मानाराम कहते हैं “आज मनचाही हो गई…सरकार की मेहरबानी है…जो बरसों में नहीं हुआ, वो अब कुछ घंटों में हो गया।”