NEXT 2 नवम्बर, 2025 श्रीडूंगरगढ़। बीते 10 सालों में नवंबर का पारा औसतन 10 डिग्री के आसपास रहा है। यानी इस बार भी बीकानेर जिले के लोग ठिठुरन के लिए तैयार रहें। मौसम विभाग के रिकॉर्ड बताते हैं कि 2012, 2015 और 2020 में तो रात का तापमान 10 डिग्री से भी नीचे चला गया था।
इस साल वैसे ही सर्दी ने समय से पहले दस्तक दे दी है। अक्टूबर में ही तापमान पिछले सालों की तुलना में नीचे चला गया। इसका साफ मतलब है- इस नवंबर में ठिठुरन जल्दी शुरू हो जाएगी।
100 साल पुराना रिकॉर्ड आज तक कायम
मौसम विभाग के रिकार्ड में झांकें तो 30 नवंबर 1937 की रात का तापमान 0.06 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। यह अब तक का सबसे ठंडा नवंबर का दिन माना जाता है। बीते 100 साल में यह रिकॉर्ड आज तक नहीं टूटा।
10 में से 6 साल मावठ से भीगा नवंबर
नवंबर के महीने से ही मावठ (सर्दी की पहली बारिश) की शुरुआत होती है। बीते 10 सालों में 6 बार नवंबर में बारिश दर्ज की गई।
- 2024 में 13 एमएम,
- 2019 में 10 एमएम,
जबकि 2015, 2016 और 2021 में भी हल्की फुहारें पड़ीं।
यानी नवंबर सिर्फ ठंड ही नहीं, बूंदाबांदी का भी महीना बन गया है।
पहले हफ्ते में बादल, तीसरे में मावठ के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक नवंबर के पहले सप्ताह में ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा। इसका असर बीकानेर के ग्रामीण इलाकों तक दिख सकता है। बादलों की आवाजाही और हल्की बूंदाबांदी संभव है।
- 3 से 5 नवंबर के बीच बादल और फुहार की स्थिति बन सकती है।
- दूसरे और तीसरे सप्ताह में मौसम सामान्य रहेगा, लेकिन उत्तरी हवाओं से तापमान नीचे रहेगा।
- तीसरे सप्ताह के अंत या चौथे सप्ताह में एक और विक्षोभ बन सकता है, जिससे मावठ के आसार फिर बनेंगे।
हालांकि तेज बारिश की संभावना फिलहाल कम है।
ला-नीना बढ़ाएगा सर्दी की तीव्रता
प्रशांत महासागर में इस समय ला-नीना की स्थिति बनी हुई है, जो मौसम का पैटर्न बदल देती है। वैज्ञानिकों के अनुसार, ला-नीना के दौरान उत्तर भारत में सर्दी ज्यादा तीखी होती है।
यानी इस बार नवंबर गुलाबी नहीं, तीखी सर्दी वाला रहेगा।
रात का पारा 19 डिग्री पर ठहरा
नवंबर की पहली रात ही मौसम ने करवट ले ली। न्यूनतम तापमान 19.2 डिग्री दर्ज हुआ। बीती बारिश के बाद पारा चार बार 19 के आसपास पहुंच चुका है। अब इसके ऊपर चढ़ने की संभावना कम मानी जा रही है।
दिन का तापमान 32 डिग्री के करीब है।
सुबह-सुबह घूमने निकलने वाले बुजुर्ग अब गर्म कपड़े पहनने लगे हैं। बच्चों को भी सुबह-शाम सर्दी महसूस हो रही है।
बच्चों और बुजुर्गों का रखें खास ख्याल
जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर असर पड़ सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि सुबह के समय ठंडी हवाओं से बचाव करें, और गर्म कपड़ों का इस्तेमाल बढ़ाएं। क्योंकि अब सर्दी ने दस्तक दे दी है और लौटने का नाम नहीं लेगी।















