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नवंबर में भारतीय निवेशकों ने गोल्ड ETF में लगाए ₹1482 करोड़: 1 साल में मिला 23% तक रिटर्न, जानें जरूरी विवरण

By Next Team Writer

Updated on:

NEXT 10दिसम्बर 2024 | बीते नवंबर में भारतीय निवेशकों ने गोल्ड ETF में करीब ₹1,482 करोड़ का निवेश किया। ऐसा माना जा रहा है कि इक्विटी बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण निवेशकों का रुझान गोल्ड ETF की ओर बढ़ा। इससे पहले अक्टूबर में गोल्ड ETF में ₹1,961 करोड़ और सितंबर में ₹1,233 करोड़ का निवेश हुआ था।

गोल्ड ETF में निवेश करने का भारतीयों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है। यदि आप भी गोल्ड ETF में निवेश करने का विचार कर रहे हैं, तो यहां इससे जुड़ी अहम जानकारी दी जा रही है।

गोल्ड ETF क्या है?

गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) वह स्कीम है जो सोने के बढ़ते-गिरते भावों पर आधारित होती है। यह म्यूचुअल फंड की तरह काम करता है, जिसमें निवेशक सोने की खरीदारी यूनिट्स में कर सकते हैं।

गोल्ड ETF के जरिए खरीदे गए सोने को भौतिक रूप में प्राप्त नहीं किया जा सकता। निवेशक को इसे बेचने पर मौजूदा बाजार मूल्य के बराबर राशि मिलती है। यह सोने में निवेश का सबसे किफायती तरीका माना जाता है। गोल्ड ETF में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है। इसकी खरीद-बिक्री बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर शेयरों की तरह की जाती है।

गोल्ड ETF में निवेश करने के 5 प्रमुख फायदे

  1. कम मात्रा में सोने की खरीदारी :- गोल्ड ETF के जरिए आप सोना यूनिट्स में खरीद सकते हैं, जहां एक यूनिट एक ग्राम सोने के बराबर होती है। इससे कम मात्रा में निवेश या SIP (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए सोना खरीदना बेहद आसान हो जाता है। जबकि फिजिकल गोल्ड आमतौर पर तोला (10 ग्राम) में बेचा जाता है, और ज्वेलर से कम मात्रा में सोना खरीदना हमेशा संभव नहीं होता।
  2. मिलता है 99.5% शुद्ध सोना :- गोल्ड ETF की कीमत पारदर्शी होती है और यह लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन के मानकों का पालन करती है। इससे खरीदा गया सोना 99.5% शुद्ध होता है। इसके विपरीत, फिजिकल गोल्ड के मामले में ज्वेलर्स द्वारा अलग-अलग कीमतें और शुद्धता का स्तर देखने को मिल सकता है।
  3. ज्वेलरी मेकिंग चार्ज से छुटकारा :- गोल्ड ETF में निवेश करते समय लगभग 1% या उससे कम ब्रोकरेज शुल्क लगता है। इसके अतिरिक्त, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट के लिए सालाना 1% चार्ज देना होता है। यह ज्वेलरी मेकिंग चार्ज (8% से 30%) के मुकाबले बेहद कम है।
  4. चोरी का डर नहीं:- गोल्ड ETF को डीमैट अकाउंट में रखा जाता है, जिससे चोरी का कोई खतरा नहीं रहता। इसके विपरीत, फिजिकल गोल्ड को सुरक्षित रखने के लिए आपको अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ता है।
  5. आसान लेन-देन और लोन सुविधा :- गोल्ड ETF को तुरंत खरीदा या बेचा जा सकता है। इसे आप लोन के लिए सिक्योरिटी के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

गोल्ड ETF न केवल निवेशकों के लिए सोने में निवेश का एक सुरक्षित और सुविधाजनक विकल्प है, बल्कि यह शुद्धता, पारदर्शिता और कम लागत जैसे लाभ भी प्रदान करता है। यदि आप गोल्ड ETF में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह आपके पोर्टफोलियो के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।

इन गोल्ड ETF फंड्स ने दिया अच्छा रिटर्न

फंड का नामबीते 1 साल में रिटर्नबीते 3 साल में रिटर्नबीते 5 साल में रिटर्न
निप्पॉन गोल्ड ETF23%53%91%
SBI गोल्ड ETF22%55%93%
एक्सिस गोल्ड ETF22%55%93%
ICICI प्रूडेंशियल गोल्ड ETF22%56%89%
बिरला सन लाइफ गोल्ड ETF17%55%94%

Next Team Writer

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