NEXT 14 मई, 2025। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार ने बेटियों को कृषि शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करने के लिए बड़ा निर्णय लिया है। अब राज्य की मूल निवासी छात्राओं को अगर वे 11वीं कक्षा से लेकर पीएचडी तक कृषि विषय में पढ़ाई करेंगी तो उन्हें हर साल प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह लाभ आर्थिक रूप से कमजोर ग्रामीण और शहरी छात्राओं को मिलेगा जो दसवीं के बाद कृषि विषय लेकर पढ़ाई करना चाहती हैं।
इतनी मिलेगी छात्राओं को सहायता राशि
- 11वीं और 12वीं में कृषि विषय लेने पर 15 हजार रुपये प्रतिवर्ष
- बीएससी एग्रीकल्चर, बागवानी, डेयरी, कृषि अभियांत्रिकी, फूड प्रोसेसिंग और एग्री बिजनेस जैसे कोर्स में 25 हजार रुपये प्रतिवर्ष
- एमएससी कृषि में 25 हजार रुपये प्रतिवर्ष दो साल तक
- पीएचडी करने वाली छात्राओं को 40 हजार रुपये प्रतिवर्ष, अधिकतम 3 वर्षों तक
किन्हें मिलेगा लाभ
यह योजना सिर्फ राजस्थान की मूल निवासी छात्राओं के लिए है, जो सरकारी या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालय में अध्ययनरत हों। आवेदन के लिए मूल निवास प्रमाण पत्र और पिछले वर्ष की अंकतालिका जरूरी होगी।
कैसे करें आवेदन
पात्र छात्राएं स्वयं की SSO ID से या नजदीकी ई-मित्र केन्द्र से राज किसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगी। कृषि अधिकारी द्वारा ऑनलाइन आवेदन की जांच के बाद संबंधित संस्था प्रधान को ई-साइन सर्टिफिकेट जारी करने के लिए अग्रेषित किया जाएगा।
संस्था प्रधान की भूमिका अहम
संस्था प्रधान को यह प्रमाणित करना होगा कि छात्रा उसी कक्षा में दोबारा प्रवेश नहीं ले रही है और वह अनुत्तीर्ण नहीं हुई है। अगर गलत आवेदन पर ई-साइन सर्टिफिकेट जारी हुआ तो उसकी जिम्मेदारी संस्था प्रधान की होगी। तय समय में ई-साइन प्रमाण पत्र जारी नहीं होने पर छात्रा को उस वर्ष की प्रोत्साहन राशि नहीं दी जाएगी।
इन छात्राओं को नहीं मिलेगा लाभ
- जो पिछले वर्ष फेल हो चुकी हैं और दोबारा उसी कक्षा में दाखिला लिया है
- जो श्रेणी सुधार के लिए उसी कक्षा में फिर से पढ़ रही हैं
- जो सत्र के बीच में स्कूल/कॉलेज छोड़ चुकी हैं
अंतिम तिथि
योजना के तहत आवेदन की अंतिम तिथि 31 जनवरी 2026 निर्धारित की गई है।